मशहूर कबड्डी खिलाड़ी निर्भय की मौत से खेल जगत में शोक की लहर

नई दिल्ली, 2 जून । निर्भय हठूरवाला की मौत की खबर से कबड्डी जगत में हड़कंप मच गया है। बताया जा रहा है कि इस जांबाज खिलाड़ी की मौत दिल का दौरा पड़ने की वजह से हुई है। कबड्डी के जांबाज रेडर नानक और एकम के बड़े भाई निर्भय हठूरवाला के निधन की खबर ने न केवल उनके परिवार वालों को बल्कि सभी को झकझोर दिया। जानकारी के अनुसार, निर्भय को सोते समय दिल का दौरा पड़ा, जिसके बाद उनकी मौके पर ही मौत हो गई। बता दें कि डेढ़ दशक पहले मालवे इलाके के ये तीनों भाई एक साथ खेलते थे और विरोधी टीमों के लिए काल थे। निर्भय शुरू से ही एक मजबूत रेडर था। जब उनका समय चल रहा था, तो वह बड़े-बड़े सूरमाओं और दिग्गज टीमों को धूल चटाने में माहिर थे। अपने क्षेत्र के मशहूर कबड्डी स्टार निर्भय को खेलते देखने के लिए उनके चाहने वाले बड़ी संख्या में पहुंचते थे। एक समय ऐसा था जब निर्भय और उनके परिवार का बुरा वक्त चल रहा था। उस समय कोई भी इस परिवार की मदद करने के लिए आगे नहीं आया। पिता का सिर पर साया न होने के कारण घर की कामकाज की जिम्मेदारी निर्भय ने अपने कंधों पर ले ली। उन्होंने न सिर्फ परिवार की जिम्मेदारी उठाई बल्कि अपने भाईयों एकम और नानक का पालन-पोषण भी बहुत अच्छे से किया। तीनों भाइयों के बीच आपस में बहुत प्यार था और एक मजबूत रिश्ता साझा करते हें, लेकिन देर रात सोते समय अचानक दिल का दौरा पड़ने से निर्भय की मौत ने सभी को चौंका दिया। -(आईएएनएस)

मशहूर कबड्डी खिलाड़ी निर्भय की मौत से खेल जगत में शोक की लहर
नई दिल्ली, 2 जून । निर्भय हठूरवाला की मौत की खबर से कबड्डी जगत में हड़कंप मच गया है। बताया जा रहा है कि इस जांबाज खिलाड़ी की मौत दिल का दौरा पड़ने की वजह से हुई है। कबड्डी के जांबाज रेडर नानक और एकम के बड़े भाई निर्भय हठूरवाला के निधन की खबर ने न केवल उनके परिवार वालों को बल्कि सभी को झकझोर दिया। जानकारी के अनुसार, निर्भय को सोते समय दिल का दौरा पड़ा, जिसके बाद उनकी मौके पर ही मौत हो गई। बता दें कि डेढ़ दशक पहले मालवे इलाके के ये तीनों भाई एक साथ खेलते थे और विरोधी टीमों के लिए काल थे। निर्भय शुरू से ही एक मजबूत रेडर था। जब उनका समय चल रहा था, तो वह बड़े-बड़े सूरमाओं और दिग्गज टीमों को धूल चटाने में माहिर थे। अपने क्षेत्र के मशहूर कबड्डी स्टार निर्भय को खेलते देखने के लिए उनके चाहने वाले बड़ी संख्या में पहुंचते थे। एक समय ऐसा था जब निर्भय और उनके परिवार का बुरा वक्त चल रहा था। उस समय कोई भी इस परिवार की मदद करने के लिए आगे नहीं आया। पिता का सिर पर साया न होने के कारण घर की कामकाज की जिम्मेदारी निर्भय ने अपने कंधों पर ले ली। उन्होंने न सिर्फ परिवार की जिम्मेदारी उठाई बल्कि अपने भाईयों एकम और नानक का पालन-पोषण भी बहुत अच्छे से किया। तीनों भाइयों के बीच आपस में बहुत प्यार था और एक मजबूत रिश्ता साझा करते हें, लेकिन देर रात सोते समय अचानक दिल का दौरा पड़ने से निर्भय की मौत ने सभी को चौंका दिया। -(आईएएनएस)