महाकवि संत तुलसीदास जयंती पर कवि सम्मेलन

छत्तीसगढ़ संवाददाता उतई, 2 अगस्त। उतई से लगे पतोरा के पुराने पंचायत मंच पर गोस्वामी महाकवि संत तुलसीदास की जयंती के अवसर पर जागृति साहित्य समिति उतई के बैनर तले कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया था। कार्यक्रम का आगाज अपने चिर परिचित अंदाज में मंच संचालक डॉ. रमाशंकर सोनी ने शेरो शायरी से करते हुए समा बांधा। सुषमा पटेल ने माँ शारदे की स्तुति, व अपने मधुर भरी आवाज गीतों से मंच को एक नई ऊंचाई प्रदान की। रघुनाथ देशमुख गोस्वामी तुलसीदास की जीवन व रामचरितमानस पर प्रकाश डालते हुए जीवन में पेड़ों की महत्ता पर काव्य पाठ कर खूब तालियां बटोरी। मन्नूलाल यदु ने तुलसीदास रामायण से जुड़े अपनी धार्मिक गीतों से मंच को जयकारों से गुंजायमान कर दिया। ओम वीरकरन ने अपनी शेरों शायरी जोशीले अंदाज से श्रोताओं को तालियां बजाने पर मजबूर कर गए। डॉ यशवंत यश सूर्यवंशी ने छत्तीसगढ़ी भावनाओं को श्रोताओं के बीच गीतों व शायरी से सराबोर कर दिए बिसरुराम कुर्रे एवं उत्तम देवहरे ने अपनी धार्मिक रचना से धर्म मंच सा माहौल बना दिया, तुलसीदास व राम के जयकारे लगे। यशवंत यदु ने अपनी ठहाके भरी रचना से लोगों को खुद गुदगुदाने लगे। राजू छत्तीसगढ़ीया ने मां कौशिल्या व यहाँ के भांचा राम पर छत्तीसगढ़ी गीतों से खूब वाहवाही लुटी, और ग्राम पतोरा के ग्राम सचिव महेन्द्र साहू ने अपना विचार रखकर जीवन में संत और सतसंग का प्रभावों की महत्ता बताया। सरपंच भुनेश्वर साहू ने अपनी विचार रखकर आभार व्यक्त करते हुए सभी कवियों व ग्रामीणों को धन्यवाद ज्ञापित किया और ऐसा मंच हमेशा सजता रहे, ईश्वर की कृपा हमेशा आप सभी पर बनी रहे। कवियों में डॉ. रमाशंकर सोनी, सुषमा पटेल, रघुनाथ देशमुख, डॉ यशवंत यश सूर्यवंशी, ओम् वीरकरन, यशवंत यदु, बिसरुराम कुर्रे, मन्नूलाल यदु, राजू छत्तीसगढ़ीया, उत्तम देवहरे ने काव्य पाठ किया ग्रामीणों में विशेष रूप से भुनेश्वर साहू, महेन्द्र साहू, करण साहू, ग्राम पटेल, जोगी राम साहू, देव चरण साहू अन्य गणमान्यजनों की उपस्थिति रही।

महाकवि संत तुलसीदास जयंती पर कवि सम्मेलन
छत्तीसगढ़ संवाददाता उतई, 2 अगस्त। उतई से लगे पतोरा के पुराने पंचायत मंच पर गोस्वामी महाकवि संत तुलसीदास की जयंती के अवसर पर जागृति साहित्य समिति उतई के बैनर तले कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया था। कार्यक्रम का आगाज अपने चिर परिचित अंदाज में मंच संचालक डॉ. रमाशंकर सोनी ने शेरो शायरी से करते हुए समा बांधा। सुषमा पटेल ने माँ शारदे की स्तुति, व अपने मधुर भरी आवाज गीतों से मंच को एक नई ऊंचाई प्रदान की। रघुनाथ देशमुख गोस्वामी तुलसीदास की जीवन व रामचरितमानस पर प्रकाश डालते हुए जीवन में पेड़ों की महत्ता पर काव्य पाठ कर खूब तालियां बटोरी। मन्नूलाल यदु ने तुलसीदास रामायण से जुड़े अपनी धार्मिक गीतों से मंच को जयकारों से गुंजायमान कर दिया। ओम वीरकरन ने अपनी शेरों शायरी जोशीले अंदाज से श्रोताओं को तालियां बजाने पर मजबूर कर गए। डॉ यशवंत यश सूर्यवंशी ने छत्तीसगढ़ी भावनाओं को श्रोताओं के बीच गीतों व शायरी से सराबोर कर दिए बिसरुराम कुर्रे एवं उत्तम देवहरे ने अपनी धार्मिक रचना से धर्म मंच सा माहौल बना दिया, तुलसीदास व राम के जयकारे लगे। यशवंत यदु ने अपनी ठहाके भरी रचना से लोगों को खुद गुदगुदाने लगे। राजू छत्तीसगढ़ीया ने मां कौशिल्या व यहाँ के भांचा राम पर छत्तीसगढ़ी गीतों से खूब वाहवाही लुटी, और ग्राम पतोरा के ग्राम सचिव महेन्द्र साहू ने अपना विचार रखकर जीवन में संत और सतसंग का प्रभावों की महत्ता बताया। सरपंच भुनेश्वर साहू ने अपनी विचार रखकर आभार व्यक्त करते हुए सभी कवियों व ग्रामीणों को धन्यवाद ज्ञापित किया और ऐसा मंच हमेशा सजता रहे, ईश्वर की कृपा हमेशा आप सभी पर बनी रहे। कवियों में डॉ. रमाशंकर सोनी, सुषमा पटेल, रघुनाथ देशमुख, डॉ यशवंत यश सूर्यवंशी, ओम् वीरकरन, यशवंत यदु, बिसरुराम कुर्रे, मन्नूलाल यदु, राजू छत्तीसगढ़ीया, उत्तम देवहरे ने काव्य पाठ किया ग्रामीणों में विशेष रूप से भुनेश्वर साहू, महेन्द्र साहू, करण साहू, ग्राम पटेल, जोगी राम साहू, देव चरण साहू अन्य गणमान्यजनों की उपस्थिति रही।