युवक को नग्न कर पीटा, पुलिस पर की फायरिंग:गुना में 50 FIR वाला मोहर सिंह पारदी गिरफ्तार; भागते समय साथी को पैर फ्रैक्चर

गुना में आरोपी को पकड़ने गई पुलिस पर उसने दो बार फायर किए गए। जवाब में पुलिस ने भी फायर किया। इसके बाद आरोपी और उसके साथी को पकड़ में आ गए। मुख्य आरोपी मोहर सिंह पारदी 50 एफआईआर दर्ज हैं। अभी वह एक युवक से मारपीट और प्रताड़ना के मामले में फरार चल रहा था। उसके साथ पकड़ा आरोपी गाड़ी से गिरकर घायल हो गया, जिसके बाद उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया। उसके पैर में फ्रैक्चर है। दोनों को मंगलवार को पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर पकड़ा है। 1. पहले यह मामला समझ लीजिएगा धरनावदा थाने के ग्राम बीलाखेड़ी में 19 जनवरी को हुए एक झगड़े में वीरेन्द्र उर्फ वीरन पारदी गोली लगने से घायल हो गया था। उसे शहर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। अस्पताल में भर्ती वीरेन्द्र की देख-रेख के लिए पीड़ित युवक को लगाया गया था। 20 जनवरी की रात 10 बजे पीड़ित युवक अस्पताल से निकलकर जज्जी बस स्टैंड के सामने एक होटल पर खाना लेने गया था। इसी दौरान रास्ते में मिले मोहर सिंह पारदी, मिथुन, नरेन्द्र पारदी निवासी हड्डीमील गुना उसे उठाकर ग्राम गढ़ला ले गए थे, जहां युवक को यातनाएं दी गईं। युवक को निर्वस्त्र करके मारा इस दौरान उसे निर्वस्त्र कर गाली-गलौज करते हुए मारपीट की गई और उसे लटका दिया गया। उस पर पानी भी डाला जाता रहा। उस पर जूते बरसाए गए। आरोपियों की प्रताड़ना यहीं नहीं रुकी, उन्होंने युवक के प्राइवेट पार्ट को प्लास से भी खींचा। इस पूरी घटना का वीडियो खुद बदमाशों में से एक ने बनाकर उसे वायरल कर दिया। एक माह बाद की शिकायत, तीन आरोपी गिरफ्तार आरोपियों के चंगुल से किसी तरह युवक छूटकर अपनी मां के पास पहुंचा और उसे पूरी कहानी बताई। इसके बाद 8 फरवरी को कोतवाली पुलिस ने मामले में शिकायत दर्ज की। मामले में मोहर सिंह, कालू पारदी, मिथुन पारदी, नरेंद्र पारदी और अन्य को आरोपी बनाया गया। पुलिस ने आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार कर लिया था। घटना का मुख्य सरगना मोहर सिंह फिलहाल फरार चल रहा था। 2. आरोपी को पकड़ने गई पुलिस पर फायरिंग एसपी अंकित सोनी ने बताया कि मंगलवार को मुखबिर से सूचना मिली थी कि मोहर सिंह पारदी और उसका एक अन्य साथी गढ़ला गिर्द के जंगलों में है। मुखबिर की सूचना पर राघौगढ़ एसडीओपी दीपा डोडवे के नेतृत्व में कैंट और धरनावदा थाने के दस पुलिसकर्मियों की टीम बनाई गई। टीम मुखबिर द्वारा बताई गई जगह पर पहुंची और घेराबंदी की। एसपी ने बताया कि तभी उधर से आवाज आई कि मोहर दादा फायर कर दो। इसके बाद मोहर सिंह ने फायरिंग कर दी। उसने दो राउंड फायर किए। जवाब में एसआई प्रभात कटारे ने भी एक राउंड फायर किया। पुलिस ने जैसे ही फायरिंग की, वहां छुपे दोनों बदमाश भागने लगे। पुलिस ने पीछा कर दोनों को पकड़ लिया। पकड़ में आए बदमाश मोहर सिंह और महेंद्र पारदी थे। मोहर सिंह बोला- फोन से परेशान हो चुकी थी पत्नी फरार होने के मोहर सिंह पारदी ने एक वीडियो जारी किया था। इस वीडियो में युवक से मारपीट का कारण बताते हुए उसने कहा था- आदरणीय एसपी साहब को मेरा प्रणाम। जो लड़का है, वो हमको परेशान करता रहता था। आधी रात को फोन लगाना, एक बजे रात में, दो बजे रात में। मेरी पत्नी को फोन लगाना। वहां पर मेरी बेटी भी रहती थी। कभी किसी बहाने से, कभी दूसरे बहाने से फोन लगाना। मेरी घरवाली परेशान हो चुकी थी। मैंने नंबर निकालकर पता किया, तो ये नंबर लड़के का निकला। उसके भाई को दो महीने पहले भी मैंने बोला कि भाई को समझा ले। वो क्यों फोन करता है। तेरे चाचा के लड़के को समझा ले, वो मेरे घर पर फोन लगाता रहता है, वो गलत लगाता है। तब भी वो नहीं माना। अब मेरे को आया गुस्सा। मेरी पत्नी को उसने ऐसी बात बोली, इसलिए मैंने ऐसा किया। इतना ही कहना है सर, प्रणाम। 13 साल की उम्र में पहला अपराध किया मोहर सिंह पारदी (48) पुत्र हटे सिंह मूल रूप से धरनावदा थाना इलाके के खेजरा गांव का रहने वाला है। वर्तमान में वह बजरंगगढ़ इलाके के गढ़ला गिर्द में रहता है। यहां फॉरेस्ट की जमीन पर कब्जा कर खेती करना शुरू किया। इसके अलावा शहर के हड्डी मील पर भी उसने घर बनाया। जब इस घर की जांच हुई, तो वह भी अवैध निर्माण निकला। जुर्म की दुनिया से कमाए पैसों से ही उसने यह घर बनाया था। इस घर को भी प्रशासन ने तोड़ दिया था। आपराधिक रिकॉर्ड के अनुसार मोहर सिंह पर सबसे पहला मामला साल 1990 में चोरी का दर्ज हुआ, यानी उस समय मोहर सिंह 13 साल का था। यहीं से उसका आपराधिक सफर शुरू हुआ। अब तक उस पर 50 अपराध दर्ज हो चुके हैं। इनमें से 43 केस गुना जिले में और 7 केस अलग-अलग राज्यों में दर्ज हैं। उस पर साल 2021 में एक बार राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) के तहत भी कार्रवाई हो चुकी है। उस पर मर्डर, हत्या के प्रयास, डकैती, लूट, बलवा, चोरी सहित कई केस दर्ज हैं। वहीं आरोपी महेंद्र(38) पुत्र नाथू पारदी निवासी बीलाखेड़ी पर भी 26 अपराध दर्ज हैं।

युवक को नग्न कर पीटा, पुलिस पर की फायरिंग:गुना में 50 FIR वाला मोहर सिंह पारदी गिरफ्तार; भागते समय साथी को पैर फ्रैक्चर
गुना में आरोपी को पकड़ने गई पुलिस पर उसने दो बार फायर किए गए। जवाब में पुलिस ने भी फायर किया। इसके बाद आरोपी और उसके साथी को पकड़ में आ गए। मुख्य आरोपी मोहर सिंह पारदी 50 एफआईआर दर्ज हैं। अभी वह एक युवक से मारपीट और प्रताड़ना के मामले में फरार चल रहा था। उसके साथ पकड़ा आरोपी गाड़ी से गिरकर घायल हो गया, जिसके बाद उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया। उसके पैर में फ्रैक्चर है। दोनों को मंगलवार को पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर पकड़ा है। 1. पहले यह मामला समझ लीजिएगा धरनावदा थाने के ग्राम बीलाखेड़ी में 19 जनवरी को हुए एक झगड़े में वीरेन्द्र उर्फ वीरन पारदी गोली लगने से घायल हो गया था। उसे शहर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। अस्पताल में भर्ती वीरेन्द्र की देख-रेख के लिए पीड़ित युवक को लगाया गया था। 20 जनवरी की रात 10 बजे पीड़ित युवक अस्पताल से निकलकर जज्जी बस स्टैंड के सामने एक होटल पर खाना लेने गया था। इसी दौरान रास्ते में मिले मोहर सिंह पारदी, मिथुन, नरेन्द्र पारदी निवासी हड्डीमील गुना उसे उठाकर ग्राम गढ़ला ले गए थे, जहां युवक को यातनाएं दी गईं। युवक को निर्वस्त्र करके मारा इस दौरान उसे निर्वस्त्र कर गाली-गलौज करते हुए मारपीट की गई और उसे लटका दिया गया। उस पर पानी भी डाला जाता रहा। उस पर जूते बरसाए गए। आरोपियों की प्रताड़ना यहीं नहीं रुकी, उन्होंने युवक के प्राइवेट पार्ट को प्लास से भी खींचा। इस पूरी घटना का वीडियो खुद बदमाशों में से एक ने बनाकर उसे वायरल कर दिया। एक माह बाद की शिकायत, तीन आरोपी गिरफ्तार आरोपियों के चंगुल से किसी तरह युवक छूटकर अपनी मां के पास पहुंचा और उसे पूरी कहानी बताई। इसके बाद 8 फरवरी को कोतवाली पुलिस ने मामले में शिकायत दर्ज की। मामले में मोहर सिंह, कालू पारदी, मिथुन पारदी, नरेंद्र पारदी और अन्य को आरोपी बनाया गया। पुलिस ने आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार कर लिया था। घटना का मुख्य सरगना मोहर सिंह फिलहाल फरार चल रहा था। 2. आरोपी को पकड़ने गई पुलिस पर फायरिंग एसपी अंकित सोनी ने बताया कि मंगलवार को मुखबिर से सूचना मिली थी कि मोहर सिंह पारदी और उसका एक अन्य साथी गढ़ला गिर्द के जंगलों में है। मुखबिर की सूचना पर राघौगढ़ एसडीओपी दीपा डोडवे के नेतृत्व में कैंट और धरनावदा थाने के दस पुलिसकर्मियों की टीम बनाई गई। टीम मुखबिर द्वारा बताई गई जगह पर पहुंची और घेराबंदी की। एसपी ने बताया कि तभी उधर से आवाज आई कि मोहर दादा फायर कर दो। इसके बाद मोहर सिंह ने फायरिंग कर दी। उसने दो राउंड फायर किए। जवाब में एसआई प्रभात कटारे ने भी एक राउंड फायर किया। पुलिस ने जैसे ही फायरिंग की, वहां छुपे दोनों बदमाश भागने लगे। पुलिस ने पीछा कर दोनों को पकड़ लिया। पकड़ में आए बदमाश मोहर सिंह और महेंद्र पारदी थे। मोहर सिंह बोला- फोन से परेशान हो चुकी थी पत्नी फरार होने के मोहर सिंह पारदी ने एक वीडियो जारी किया था। इस वीडियो में युवक से मारपीट का कारण बताते हुए उसने कहा था- आदरणीय एसपी साहब को मेरा प्रणाम। जो लड़का है, वो हमको परेशान करता रहता था। आधी रात को फोन लगाना, एक बजे रात में, दो बजे रात में। मेरी पत्नी को फोन लगाना। वहां पर मेरी बेटी भी रहती थी। कभी किसी बहाने से, कभी दूसरे बहाने से फोन लगाना। मेरी घरवाली परेशान हो चुकी थी। मैंने नंबर निकालकर पता किया, तो ये नंबर लड़के का निकला। उसके भाई को दो महीने पहले भी मैंने बोला कि भाई को समझा ले। वो क्यों फोन करता है। तेरे चाचा के लड़के को समझा ले, वो मेरे घर पर फोन लगाता रहता है, वो गलत लगाता है। तब भी वो नहीं माना। अब मेरे को आया गुस्सा। मेरी पत्नी को उसने ऐसी बात बोली, इसलिए मैंने ऐसा किया। इतना ही कहना है सर, प्रणाम। 13 साल की उम्र में पहला अपराध किया मोहर सिंह पारदी (48) पुत्र हटे सिंह मूल रूप से धरनावदा थाना इलाके के खेजरा गांव का रहने वाला है। वर्तमान में वह बजरंगगढ़ इलाके के गढ़ला गिर्द में रहता है। यहां फॉरेस्ट की जमीन पर कब्जा कर खेती करना शुरू किया। इसके अलावा शहर के हड्डी मील पर भी उसने घर बनाया। जब इस घर की जांच हुई, तो वह भी अवैध निर्माण निकला। जुर्म की दुनिया से कमाए पैसों से ही उसने यह घर बनाया था। इस घर को भी प्रशासन ने तोड़ दिया था। आपराधिक रिकॉर्ड के अनुसार मोहर सिंह पर सबसे पहला मामला साल 1990 में चोरी का दर्ज हुआ, यानी उस समय मोहर सिंह 13 साल का था। यहीं से उसका आपराधिक सफर शुरू हुआ। अब तक उस पर 50 अपराध दर्ज हो चुके हैं। इनमें से 43 केस गुना जिले में और 7 केस अलग-अलग राज्यों में दर्ज हैं। उस पर साल 2021 में एक बार राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) के तहत भी कार्रवाई हो चुकी है। उस पर मर्डर, हत्या के प्रयास, डकैती, लूट, बलवा, चोरी सहित कई केस दर्ज हैं। वहीं आरोपी महेंद्र(38) पुत्र नाथू पारदी निवासी बीलाखेड़ी पर भी 26 अपराध दर्ज हैं।