राजकुमार कॉलेज के जीव-जंतु एवं प्रकृति का दो पीढिय़ों के फोटोग्राफरों ने किया साक्षात्कार

20वीं तात्कालिक राजकीय फोटोग्राफी प्रतियोगिता रायपुर, 31 अगस्त। महाकोशल कला परिषद, रायपुर, राजकुमार कालेज, ईशरे रायपुर चेप्टर, अग्रवाल युवती मंडल के द्वारा विश्व फोटोग्राफी दिवस के पखवाड़ा पर राजकुमार कॉलेज परिसर में 20 वीं तात्कालिक फोटो ग्राफी स्पर्धा -2025 में विभिन्न आयु वर्ग में छायाकारों ने प्रकृति को कैमरे में कैद किया। दो पीढिय़ों ने अपनी अनुभूति से राजकुमार कॉलेज की सरजमीं पर जीव जंतु एवं प्रकृति का साक्षात्कार परिभाषित किया और अपने जलवे बिखेरे। उन्होंने बताया कि प्रदेश के 138 प्रतिभागियों ने 1180 फोटोग्राफ के साथ इस स्पर्धा में शिरकत की. प्रकृति के नैसर्गिक सौंदर्य को छायाकारों ने अपनेअनुभव से साकार किया. खूबसूरत तितलियों को ,कबूतर ,खरगोश ,घोड़ा एवं विभिन्न पक्षियों को बाल छायाकारों ने अपनी रचनाओं में पिरोया। वही व्यावसायिक कलाकारों ने अमूर्त फोटोग्राफी में पेड़ के कणों, आसमान में बादलों एवं प्रकृति के विभिन्न आकारों को अमूर्त रूप में व्यक्त किया। उन्होंने बताया कि वही ंयुवा छायाकारों ने राजकुमार के स्थापत्य कला को क्षयवृद्धि के साथ रचनाओं में साकार किया. बाल छायाकारों ने पानी की बूंद को कैमरे में कैद कर खूबसूरती से पेश किया। यह स्पर्धा प्रात: 8:00 बजे से प्रारंभ होकर दोपहर 3:00 बजे तक चली .विषय तात्कालिक रूप से अमूर्त छाया चित्र , स्थापत्य,छाया और प्रकाश, पानी की बुंदें, तितली,जीव जंतु, बादल, रसानुभूति करते चेहरे पर 3 वर्गों में आयोजित इस स्पर्धा में प्रतिभागी ने एसएलआर कैमरा , टेबलेट, मोबाइल फोन से फोटो खींचकर जमा की।

राजकुमार कॉलेज के जीव-जंतु एवं प्रकृति का दो पीढिय़ों के फोटोग्राफरों ने किया साक्षात्कार
20वीं तात्कालिक राजकीय फोटोग्राफी प्रतियोगिता रायपुर, 31 अगस्त। महाकोशल कला परिषद, रायपुर, राजकुमार कालेज, ईशरे रायपुर चेप्टर, अग्रवाल युवती मंडल के द्वारा विश्व फोटोग्राफी दिवस के पखवाड़ा पर राजकुमार कॉलेज परिसर में 20 वीं तात्कालिक फोटो ग्राफी स्पर्धा -2025 में विभिन्न आयु वर्ग में छायाकारों ने प्रकृति को कैमरे में कैद किया। दो पीढिय़ों ने अपनी अनुभूति से राजकुमार कॉलेज की सरजमीं पर जीव जंतु एवं प्रकृति का साक्षात्कार परिभाषित किया और अपने जलवे बिखेरे। उन्होंने बताया कि प्रदेश के 138 प्रतिभागियों ने 1180 फोटोग्राफ के साथ इस स्पर्धा में शिरकत की. प्रकृति के नैसर्गिक सौंदर्य को छायाकारों ने अपनेअनुभव से साकार किया. खूबसूरत तितलियों को ,कबूतर ,खरगोश ,घोड़ा एवं विभिन्न पक्षियों को बाल छायाकारों ने अपनी रचनाओं में पिरोया। वही व्यावसायिक कलाकारों ने अमूर्त फोटोग्राफी में पेड़ के कणों, आसमान में बादलों एवं प्रकृति के विभिन्न आकारों को अमूर्त रूप में व्यक्त किया। उन्होंने बताया कि वही ंयुवा छायाकारों ने राजकुमार के स्थापत्य कला को क्षयवृद्धि के साथ रचनाओं में साकार किया. बाल छायाकारों ने पानी की बूंद को कैमरे में कैद कर खूबसूरती से पेश किया। यह स्पर्धा प्रात: 8:00 बजे से प्रारंभ होकर दोपहर 3:00 बजे तक चली .विषय तात्कालिक रूप से अमूर्त छाया चित्र , स्थापत्य,छाया और प्रकाश, पानी की बुंदें, तितली,जीव जंतु, बादल, रसानुभूति करते चेहरे पर 3 वर्गों में आयोजित इस स्पर्धा में प्रतिभागी ने एसएलआर कैमरा , टेबलेट, मोबाइल फोन से फोटो खींचकर जमा की।