वेदांता स्किल स्कूल के माध्यम से 12 हजार युवाओं में आया सामाजिक-आर्थिक परिवर्तन

बालकोनगर, 18 जुलाई। वेदांता समूह की कंपनी भारत एल्यूमिनियम कंपनी लिमिटेड ने बताया कि अपने वेदांता स्किल स्कूल के माध्यम से ग्रामीण युवाओं को स्वावलंबी बनाया है। कंपनी के इस पहल ने 2010 से अबतक छत्तीसगढ़ के 12,000 युवाओं के जीवन में सामाजिक-आर्थिक परिवर्तन लाने में सहायक बना। बालको ने बताया कि विश्व युवा कौशल दिवस पर बालको ने वेदांता स्किल स्कूल में 100 से अधिक प्रशिक्षुओं के लिए कार्यक्रम का आयोजन कियाजिसमें युवाओं को सशक्त बनाने और उनकी क्षमता को पहचानने में कौशल के महत्व पर जानकारी दी गई। कार्यक्रम में व्यक्तिगत विकास और व्यावसायिक विकास दोनों को बढ़ावा देने के लिए डिज़ाइन की गई प्रतियोगिताएँ शामिल थीं। बालको ने बताया कि इनका उद्देश्य छात्रों के अपने-अपने ट्रेड में कौशल को बढ़ाना और साथ ही उनके समग्र व्यक्तित्व को बढ़ावा देना था। आयोजन मनोरंजन और उत्साह से भरा रहा जिसमें नृत्य प्रदर्शन, फैशन शो, खाना पकाने की चुनौतियाँ और अन्य आकर्षक गतिविधियों के अलावा इलेक्ट्रिकल मॉडल बनाना शामिल था। बालको ने बताया कि सोलर पीवी इंस्टॉलर ट्रेड में प्रशिक्षु कशिश यांगडे ने अपने अनुभव को साझा करते हुए बोली की मैं आर्थिक रूप से सशक्त तथा परिवार का भरण-पोषण करना चाहती थी। सोलर एनर्जी के साथ काम करना अविश्वसनीय रूप से संतुष्टिदायक है। कंपनियों और सरकारी निकायों द्वारा सोलर स्रोतों पर बढ़ते ध्यान के साथ मुझे इस ट्रेड में कुशल होने पर गर्व है। बालको ने बताया कि फिटर ट्रेड से प्रशिक्षण प्राप्त हिमांशु कुमार साहू एक्वा पंप्स लिमिटेड में कार्यरत हैं। उन्होंने अपनी स्वावलंबी बनने की यात्रा को साझा करते हुए कहा कि वेदांता स्किल स्कूल में 45-दिवसीय प्रशिक्षण जीवन बदलने वाला रहा है। आवासीय सुविधा एक महत्वपूर्ण लाभ था जिसे शिक्षण अनुभव को बेहतर बनाया।

वेदांता स्किल स्कूल के माध्यम से 12 हजार युवाओं में आया सामाजिक-आर्थिक परिवर्तन
बालकोनगर, 18 जुलाई। वेदांता समूह की कंपनी भारत एल्यूमिनियम कंपनी लिमिटेड ने बताया कि अपने वेदांता स्किल स्कूल के माध्यम से ग्रामीण युवाओं को स्वावलंबी बनाया है। कंपनी के इस पहल ने 2010 से अबतक छत्तीसगढ़ के 12,000 युवाओं के जीवन में सामाजिक-आर्थिक परिवर्तन लाने में सहायक बना। बालको ने बताया कि विश्व युवा कौशल दिवस पर बालको ने वेदांता स्किल स्कूल में 100 से अधिक प्रशिक्षुओं के लिए कार्यक्रम का आयोजन कियाजिसमें युवाओं को सशक्त बनाने और उनकी क्षमता को पहचानने में कौशल के महत्व पर जानकारी दी गई। कार्यक्रम में व्यक्तिगत विकास और व्यावसायिक विकास दोनों को बढ़ावा देने के लिए डिज़ाइन की गई प्रतियोगिताएँ शामिल थीं। बालको ने बताया कि इनका उद्देश्य छात्रों के अपने-अपने ट्रेड में कौशल को बढ़ाना और साथ ही उनके समग्र व्यक्तित्व को बढ़ावा देना था। आयोजन मनोरंजन और उत्साह से भरा रहा जिसमें नृत्य प्रदर्शन, फैशन शो, खाना पकाने की चुनौतियाँ और अन्य आकर्षक गतिविधियों के अलावा इलेक्ट्रिकल मॉडल बनाना शामिल था। बालको ने बताया कि सोलर पीवी इंस्टॉलर ट्रेड में प्रशिक्षु कशिश यांगडे ने अपने अनुभव को साझा करते हुए बोली की मैं आर्थिक रूप से सशक्त तथा परिवार का भरण-पोषण करना चाहती थी। सोलर एनर्जी के साथ काम करना अविश्वसनीय रूप से संतुष्टिदायक है। कंपनियों और सरकारी निकायों द्वारा सोलर स्रोतों पर बढ़ते ध्यान के साथ मुझे इस ट्रेड में कुशल होने पर गर्व है। बालको ने बताया कि फिटर ट्रेड से प्रशिक्षण प्राप्त हिमांशु कुमार साहू एक्वा पंप्स लिमिटेड में कार्यरत हैं। उन्होंने अपनी स्वावलंबी बनने की यात्रा को साझा करते हुए कहा कि वेदांता स्किल स्कूल में 45-दिवसीय प्रशिक्षण जीवन बदलने वाला रहा है। आवासीय सुविधा एक महत्वपूर्ण लाभ था जिसे शिक्षण अनुभव को बेहतर बनाया।