शिक्षक भर्ती परीक्षा में फर्जी अभ्यर्थी पकड़ाया:अंकुर की जगह मुरैना का मनोज परीक्षा देने पहुंचा, एडमिट कार्ड की प्रिंटिंग से खुला राज

प्राइमरी और मिडिल शिक्षकों की भर्ती के लिए कराई जा रही चयन परीक्षा में फर्जी परीक्षार्थी पकड़ाया है। एडमिट कार्ड की प्रिंटिंग से पकड़ में आया अभ्यर्थी मनोज प्रजापत शनिवार को इस्लामिया करीमिया कॉलेज पलासिया परीक्षा केंद्र से अंकुर के स्थान पर परीक्षा दे रहा था। केंद्राध्यक्ष आरिफ पटेल ने मनोज को पुलिस के हवाले कर दिया है। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। मामले में दोनों मनोज और अंकुर के खिलाफ केस दर्ज किया जाएगा। कर्मचारी चयन मंडल शिक्षकों के 10 हजार से अधिक खाली पदों के लिए चयन परीक्षा आयोजित कर रहा है। इस परीक्षा में शामिल हो रहे जौरा मुरैना निवासी अंकुर पुत्र साहेब सिंह को इस्लामिया करीमिया कॉलेज पलासिया परीक्षा केंद्र आवंटित किया गया है। परीक्षार्थी समय से परीक्षा देने भी पहुंच गया। परीक्षा केंद्र में प्रवेश के बाद एडमिट कार्ड की चैकिंग के दौरान पर्यवेक्षकों को नकली एडमिट कार्ड का शक हुआ। जब परीक्षा केंद्र पर मौजूद दस्तावेजों से फोटो का मिलान किया, तो मामला पकड़ में आ गया। अभ्यर्थी से आधार कार्ड मांगा, तो वह भी अलग था। इसके बाद अभ्यर्थी से सख्ती से पूछताछ की गई, तो मनोज टूट गया और उसने बताया कि अंकुर के स्थान पर वह परीक्षा देने आया है। वह भी मुरैना का ही रहने वाला है। इसके बाद पुलिस बुलाई गई और मनोज को पुलिस के हवाले कर दिया गया। केंद्राध्यक्ष आरिफ पटेल ने बताया कि प्राइमरी-मिडिल शिक्षक के लिए चयन परीक्षा आयोजित की जा रही है। इस परीक्षा में अंकुर नाम से शामिल हो रहे अभ्यर्थी मनोज के दस्तावेजों में कई विसंगति थी। शक होने पर कड़ाई से पूछताछ की, तो अभ्यर्थी से सारी सच्चाई बता दी। उसे पुलिस के हवाले कर दिया गया है। दोस्त की खातिर परीक्षा में बैठा पुलिस की पूछताछ में मनोज ने बताया कि वह दोस्ती के खातिर परीक्षा देने आया है। उसने बताया कि अंकुर और वह सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी के साथी हैं। अंकुर को लगा कि शिक्षक चयन परीक्षा में वह सफल नहीं हो पाएगा, इसलिए योजनाबद्ध तरीके से फर्जी दस्तावेज बनवाए और अंकुर के स्थान पर वह परीक्षा देने आया है। मामले में पुलिस मनोज के साथ अंकुर पर भी कार्रवाई करने की तैयारी कर रही है।

शिक्षक भर्ती परीक्षा में फर्जी अभ्यर्थी पकड़ाया:अंकुर की जगह मुरैना का मनोज परीक्षा देने पहुंचा, एडमिट कार्ड की प्रिंटिंग से खुला राज
प्राइमरी और मिडिल शिक्षकों की भर्ती के लिए कराई जा रही चयन परीक्षा में फर्जी परीक्षार्थी पकड़ाया है। एडमिट कार्ड की प्रिंटिंग से पकड़ में आया अभ्यर्थी मनोज प्रजापत शनिवार को इस्लामिया करीमिया कॉलेज पलासिया परीक्षा केंद्र से अंकुर के स्थान पर परीक्षा दे रहा था। केंद्राध्यक्ष आरिफ पटेल ने मनोज को पुलिस के हवाले कर दिया है। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। मामले में दोनों मनोज और अंकुर के खिलाफ केस दर्ज किया जाएगा। कर्मचारी चयन मंडल शिक्षकों के 10 हजार से अधिक खाली पदों के लिए चयन परीक्षा आयोजित कर रहा है। इस परीक्षा में शामिल हो रहे जौरा मुरैना निवासी अंकुर पुत्र साहेब सिंह को इस्लामिया करीमिया कॉलेज पलासिया परीक्षा केंद्र आवंटित किया गया है। परीक्षार्थी समय से परीक्षा देने भी पहुंच गया। परीक्षा केंद्र में प्रवेश के बाद एडमिट कार्ड की चैकिंग के दौरान पर्यवेक्षकों को नकली एडमिट कार्ड का शक हुआ। जब परीक्षा केंद्र पर मौजूद दस्तावेजों से फोटो का मिलान किया, तो मामला पकड़ में आ गया। अभ्यर्थी से आधार कार्ड मांगा, तो वह भी अलग था। इसके बाद अभ्यर्थी से सख्ती से पूछताछ की गई, तो मनोज टूट गया और उसने बताया कि अंकुर के स्थान पर वह परीक्षा देने आया है। वह भी मुरैना का ही रहने वाला है। इसके बाद पुलिस बुलाई गई और मनोज को पुलिस के हवाले कर दिया गया। केंद्राध्यक्ष आरिफ पटेल ने बताया कि प्राइमरी-मिडिल शिक्षक के लिए चयन परीक्षा आयोजित की जा रही है। इस परीक्षा में अंकुर नाम से शामिल हो रहे अभ्यर्थी मनोज के दस्तावेजों में कई विसंगति थी। शक होने पर कड़ाई से पूछताछ की, तो अभ्यर्थी से सारी सच्चाई बता दी। उसे पुलिस के हवाले कर दिया गया है। दोस्त की खातिर परीक्षा में बैठा पुलिस की पूछताछ में मनोज ने बताया कि वह दोस्ती के खातिर परीक्षा देने आया है। उसने बताया कि अंकुर और वह सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी के साथी हैं। अंकुर को लगा कि शिक्षक चयन परीक्षा में वह सफल नहीं हो पाएगा, इसलिए योजनाबद्ध तरीके से फर्जी दस्तावेज बनवाए और अंकुर के स्थान पर वह परीक्षा देने आया है। मामले में पुलिस मनोज के साथ अंकुर पर भी कार्रवाई करने की तैयारी कर रही है।