संस्थान भारतीय मूल्यों का अभिसरण-वेंकटरमणी

एचएनएलयू में ज्यूरिस्ट्स स्पीक रायपुर, 10 जुलाई। हिदायतुल्ला राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय रायपुर ने बताया कि 2024 बैच के फ्रेशर्स के लिए अपने अनोखे इंडक्शन वीक के साथ 7 जून 2024 को एक सप्ताह के कार्यक्रम के पहले दिन के प्रारम्भ में ज्यूरिस्ट्स स्पीक कार्यक्रम आयोजित किया था। एचएनएलयू ने बताया कि कार्यक्रम की शुरुआत कुलपति प्रोफेसर वी.सी.विवेकानंदन के संबोधन के साथ हुई, जिसमें नए बैच को उनकी शैक्षणिक उत्कृष्टता के अलावा विविधता और लिंग के सम्मान करने के लिए अपने दृष्टिकोण को व्यापक करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने अपनी टिप्पणी में कहा कि यह प्रोफेशन न केवल शिक्षार्थियों को सशक्त बनाता है बल्कि अपनी सेवाओं के माध्यम से उन लोगों को भी सशक्त बनाता है जो अक्षम हैं। उन्होंने आगे बताया कि अगर इंजीनियर शहरी प्रणाली का निर्माण करते हैं, तो डॉक्टर प्रतिरक्षा प्रणाली का निर्माण करते हैं; वकीलों को न्याय प्रणाली बनाने की जरूरत है। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि एचएनएलयू के प्रतिष्ठित न्यायविद प्रोफेसर और भारत के विद्वान अटॉर्नी जनरल, श्री आर. वेंकटरमणी ने बताया कि भारत के सांस्कृतिक मूल्य और इसका अभिसरण उच्च शिक्षा के प्रत्येक संस्थान में परिलक्षित होता है। उन्होंने आगे कहा कि समुदाय के लाभ के लिए कानूनी शिक्षा द्वारा प्रदान की गई स्वतंत्रता का उपयोग करने का महत्व। एक वकील के आवश्यक गुणों पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि सबसे महत्वपूर्ण कार्य सच्चाई को कायम रखना है। एचएनएलयू ने बताया कि उन्होंने कानून में प्रौद्योगिकी की महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित करते हुए इसे स्वतंत्रता का मार्ग और नवाचार का सूत्रधार बताया। प्रो. (डॉ.) आर. वेंकट राव, सम्मानित अतिथि और एचएनएलयू के प्रतिष्ठित न्यायविद प्रोफेसर ने बताया कि एक निरंतर साथी के रूप में संविधान हर विधि के छात्र के दिमाग के पीछे और हर किसी के दिल के केंद्र में होना चाहिए, जिसका लक्ष्य विधि के शासन को जीवन का एक तरीका बनाना हों। डॉ. विपन कुमार, रजिस्ट्रार (प्रभारी) ने स्वागत भाषण दिया और डॉ. अविनाश सामल, डीन, छात्र कल्याण ने धन्यवाद प्रस्ताव दिया।

संस्थान भारतीय मूल्यों का अभिसरण-वेंकटरमणी
एचएनएलयू में ज्यूरिस्ट्स स्पीक रायपुर, 10 जुलाई। हिदायतुल्ला राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय रायपुर ने बताया कि 2024 बैच के फ्रेशर्स के लिए अपने अनोखे इंडक्शन वीक के साथ 7 जून 2024 को एक सप्ताह के कार्यक्रम के पहले दिन के प्रारम्भ में ज्यूरिस्ट्स स्पीक कार्यक्रम आयोजित किया था। एचएनएलयू ने बताया कि कार्यक्रम की शुरुआत कुलपति प्रोफेसर वी.सी.विवेकानंदन के संबोधन के साथ हुई, जिसमें नए बैच को उनकी शैक्षणिक उत्कृष्टता के अलावा विविधता और लिंग के सम्मान करने के लिए अपने दृष्टिकोण को व्यापक करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने अपनी टिप्पणी में कहा कि यह प्रोफेशन न केवल शिक्षार्थियों को सशक्त बनाता है बल्कि अपनी सेवाओं के माध्यम से उन लोगों को भी सशक्त बनाता है जो अक्षम हैं। उन्होंने आगे बताया कि अगर इंजीनियर शहरी प्रणाली का निर्माण करते हैं, तो डॉक्टर प्रतिरक्षा प्रणाली का निर्माण करते हैं; वकीलों को न्याय प्रणाली बनाने की जरूरत है। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि एचएनएलयू के प्रतिष्ठित न्यायविद प्रोफेसर और भारत के विद्वान अटॉर्नी जनरल, श्री आर. वेंकटरमणी ने बताया कि भारत के सांस्कृतिक मूल्य और इसका अभिसरण उच्च शिक्षा के प्रत्येक संस्थान में परिलक्षित होता है। उन्होंने आगे कहा कि समुदाय के लाभ के लिए कानूनी शिक्षा द्वारा प्रदान की गई स्वतंत्रता का उपयोग करने का महत्व। एक वकील के आवश्यक गुणों पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि सबसे महत्वपूर्ण कार्य सच्चाई को कायम रखना है। एचएनएलयू ने बताया कि उन्होंने कानून में प्रौद्योगिकी की महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित करते हुए इसे स्वतंत्रता का मार्ग और नवाचार का सूत्रधार बताया। प्रो. (डॉ.) आर. वेंकट राव, सम्मानित अतिथि और एचएनएलयू के प्रतिष्ठित न्यायविद प्रोफेसर ने बताया कि एक निरंतर साथी के रूप में संविधान हर विधि के छात्र के दिमाग के पीछे और हर किसी के दिल के केंद्र में होना चाहिए, जिसका लक्ष्य विधि के शासन को जीवन का एक तरीका बनाना हों। डॉ. विपन कुमार, रजिस्ट्रार (प्रभारी) ने स्वागत भाषण दिया और डॉ. अविनाश सामल, डीन, छात्र कल्याण ने धन्यवाद प्रस्ताव दिया।