हायर पेंशन की मांग को लेकर कर्मचारी नेता की हठ:राय का निर्णय-हायर पेंशन मिलने तक नहीं कराऊंगा कटिंग

सुप्रीम कोर्ट के फैसले और आदेश के 2 साल बाद भी पेंशनरों को हायर पेंशन का लाभ नहीं दिया जा रहा है। इससे नाराज पर्यटन विकास निगम से रिटायर 'सेवानिवृत्त अर्द्ध शासकीय अधिकारी-कर्मचारी फेडरेशन' के उप प्रांताध्यक्ष चंद्रभान राय ने पेंशन मिलने तक कटिंग नहीं कराने का निर्णय लिया है। फेडरेशन के प्रांताध्यक्ष अनिल बाजपेई एवं महासचिव अरुण वर्मा ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट ने 4 नवंबर 2022 को कर्मचारी भविष्य निधि संगठन को आदेश दिया था कि ईपीएस-95 के सदस्यों को हायर पेंशन का भुगतान किया जाए, लेकिन दो वर्ष बाद भी हायर पेंशन का भुगतान नहीं किया जा रहा है जिसकी वजह से सेवानिवृत्त कर्मचारियों में भारी असंतोष व्याप्त है। बाजपेई एवं वर्मा ने केंद्रीय श्रम मंत्री एवं मुख्य आयुक्त कर्मचारी भविष्य निधि संगठन दिल्ली के साथ ही क्षेत्रीय आयुक्त कर्मचारी भविष्य निधि संगठन भोपाल से अनुरोध किया है कि ईपीएस 95 के सभी सदस्यों को हायर पेंशन का भुगतान अति शीघ्र किया जाए अन्यथा सेवानिवृत्त कर्मचारी एवं अधिकारी धरना प्रदर्शन, क्रमिक भूख हड़ताल के लिए बाध्य होंगे।

हायर पेंशन की मांग को लेकर कर्मचारी नेता की हठ:राय का निर्णय-हायर पेंशन मिलने तक नहीं कराऊंगा कटिंग
सुप्रीम कोर्ट के फैसले और आदेश के 2 साल बाद भी पेंशनरों को हायर पेंशन का लाभ नहीं दिया जा रहा है। इससे नाराज पर्यटन विकास निगम से रिटायर 'सेवानिवृत्त अर्द्ध शासकीय अधिकारी-कर्मचारी फेडरेशन' के उप प्रांताध्यक्ष चंद्रभान राय ने पेंशन मिलने तक कटिंग नहीं कराने का निर्णय लिया है। फेडरेशन के प्रांताध्यक्ष अनिल बाजपेई एवं महासचिव अरुण वर्मा ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट ने 4 नवंबर 2022 को कर्मचारी भविष्य निधि संगठन को आदेश दिया था कि ईपीएस-95 के सदस्यों को हायर पेंशन का भुगतान किया जाए, लेकिन दो वर्ष बाद भी हायर पेंशन का भुगतान नहीं किया जा रहा है जिसकी वजह से सेवानिवृत्त कर्मचारियों में भारी असंतोष व्याप्त है। बाजपेई एवं वर्मा ने केंद्रीय श्रम मंत्री एवं मुख्य आयुक्त कर्मचारी भविष्य निधि संगठन दिल्ली के साथ ही क्षेत्रीय आयुक्त कर्मचारी भविष्य निधि संगठन भोपाल से अनुरोध किया है कि ईपीएस 95 के सभी सदस्यों को हायर पेंशन का भुगतान अति शीघ्र किया जाए अन्यथा सेवानिवृत्त कर्मचारी एवं अधिकारी धरना प्रदर्शन, क्रमिक भूख हड़ताल के लिए बाध्य होंगे।