743 स्कूलों में 9 काउंटर बनाकर विद्यार्थियों को पढ़ाया
743 स्कूलों में 9 काउंटर बनाकर विद्यार्थियों को पढ़ाया
छत्तीसगढ़ संवाददाता
बेमेतरा, 27 अप्रैल। अंगना माँ शिक्षा के अंतर्गत पढ़ई तिहार पूरे जिले के 743 प्राथमिक शालाओं में उत्साहपूर्वक मनाया गया। इस दौरान जिले के शिक्षा विभाग के अधिकारियों की टीम ने विभिन्न प्राथमिक शाला शालाओं का निरीक्षण किया।
निरीक्षण टीम में जिला शिक्षा अधिकारी डॉ. कमल कपूर बंजारे, डाईट प्राचार्य जे के घृतलहरे, जिला नोडल अधिकारी बोर्ड परीक्षा एसपी कोशले, विकासखंड शिक्षा अधिकारी अरुण कुमार खरे, बीआरसी बेमेतरा राजेंद्र कुमार साहू, डाइट व्यायाता थलज कुमार साहू, जिला नोडल अंगना माँ शिक्षा ज्योति बनाफर एवं जिला सहायक नोडल रेणुका अग्रवाल शामिल रहे। टीम के सदस्यों ने सबसे पहले शासकीय प्राथमिक शाला बीजाभाट का निरीक्षण किया। यहां पर माताओं की उपस्थिति भी बहुत अच्छी रही। लक्षित बच्चों की संया 20 बताया गया।
इसके पश्चात निरीक्षण टीम शासकीय प्राथमिक शाला ढोलिया पहुंची। जहां पर नवाचारी शिक्षिका सुकन्या राजपूत के मार्गदर्शन में अंगना माँ शिक्षा कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा था। यहां 9 काउंटर बनाये गये थे। माताओं ने 9 काउंटर का अवलोकन कर किस तरह से अपने बच्चों को पढ़ाया जाय, सीखा जा रहा था। बच्चे भी खुशी के साथ अपनी सहभागिता दे रहे थे। यहां पर माताओं की संया 40 से अधिक रही।
छत्तीसगढ़ संवाददाता
बेमेतरा, 27 अप्रैल। अंगना माँ शिक्षा के अंतर्गत पढ़ई तिहार पूरे जिले के 743 प्राथमिक शालाओं में उत्साहपूर्वक मनाया गया। इस दौरान जिले के शिक्षा विभाग के अधिकारियों की टीम ने विभिन्न प्राथमिक शाला शालाओं का निरीक्षण किया।
निरीक्षण टीम में जिला शिक्षा अधिकारी डॉ. कमल कपूर बंजारे, डाईट प्राचार्य जे के घृतलहरे, जिला नोडल अधिकारी बोर्ड परीक्षा एसपी कोशले, विकासखंड शिक्षा अधिकारी अरुण कुमार खरे, बीआरसी बेमेतरा राजेंद्र कुमार साहू, डाइट व्यायाता थलज कुमार साहू, जिला नोडल अंगना माँ शिक्षा ज्योति बनाफर एवं जिला सहायक नोडल रेणुका अग्रवाल शामिल रहे। टीम के सदस्यों ने सबसे पहले शासकीय प्राथमिक शाला बीजाभाट का निरीक्षण किया। यहां पर माताओं की उपस्थिति भी बहुत अच्छी रही। लक्षित बच्चों की संया 20 बताया गया।
इसके पश्चात निरीक्षण टीम शासकीय प्राथमिक शाला ढोलिया पहुंची। जहां पर नवाचारी शिक्षिका सुकन्या राजपूत के मार्गदर्शन में अंगना माँ शिक्षा कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा था। यहां 9 काउंटर बनाये गये थे। माताओं ने 9 काउंटर का अवलोकन कर किस तरह से अपने बच्चों को पढ़ाया जाय, सीखा जा रहा था। बच्चे भी खुशी के साथ अपनी सहभागिता दे रहे थे। यहां पर माताओं की संया 40 से अधिक रही।