'RTO कर्मचारियों की मिलीभगत से भ्रष्टाचार हो रहा...':आरोप लगाते हुए भूख हड़ताल पर बैठा परिवार, अधिकारी बोले- एजेंट्स का आपसी झगड़ा
'RTO कर्मचारियों की मिलीभगत से भ्रष्टाचार हो रहा...':आरोप लगाते हुए भूख हड़ताल पर बैठा परिवार, अधिकारी बोले- एजेंट्स का आपसी झगड़ा
बड़वानी परिवहन विभाग भ्रष्टाचार का अड्डा बना हुआ है। ऐसे आरोप लगाते हुए अंजड़ निवासी अजय शर्मा आरटीओ कार्यालय के सामने परिवार को लेकर भूख हड़ताल पर बैठ गए हैं। भूख हड़ताल पर बैठे अजय शर्मा ने बताया कि यहां आरटीओ और एजेंट की मिलीभगत से खुलेआम रिश्वतखोरी हो रही है। फिटनेस सर्टिफिकेट, फाइनेंस, लाइसेंस, वाहन ट्रांसफर और गाड़ी का वजन बढ़ाने जैसे कामों में रिश्वत का खेल एजेंट विवेक मलतारे की मिलीभगत से हो रहा है। उन्होंने बताया कि बड़वानी आरटीओ कार्यालय में एजेंट विभिन्न कामों की एवज में रिश्वत का लेनदेन करते हैं। इसका हिसाब किताब विवेक मलतारे करता है, जो रिश्वत लेकर आरटीओ और अन्य एजेंटों को काम के अनुसार पहुंचाता है। साथ ही वह सभी फाइलों को कम्प्लीट भी करवाता है। एजेंट प्रतिदिन आवेदकों की फाइल दोपहर 3 से 4 बजे तक जमा करते हैं। उन्होंने बताया गया है कि आरटीओ रीना किराड़े ऑफिस में शाम 4 से 5 बजे के बीच आती है और टेबल पर तैयार रखी फाइलों को साइन कर क्लियर कर देती है। उन्होंने बताया कि आरटीओ दफ्तर (जिला परिवहन कार्यालय) दिन प्रतिदिन लूट का अड्डा बनता जा रहा है। बता दे कि लर्निंग लाइसेंस से लेकर वाहन परमिट, रिन्यूएल, रजिस्ट्रेशन, नाम ट्रांसफर व परमानेंट लाइसेंस बनवाने विभाग द्वारा निर्धारित फीस से अधिक की वसूली की जा रही है। विभाग की मनमानी वसूली की शिकायत कई बार जिला प्रशासन से मेरे द्वारा की गई है, लेकिन इस पर रोक लगाने में गंभीरता नहीं दिखाई जा रही है। इसी को लेकर में अपने परिवार के साथ आरटीओ कार्यालय के सामने भूख हड़ताल पर बैठा हूं। आरटीओ रीना किराड़े ने बताया कि ये एजेंटों के झगड़े हैं। लाइसेंस बनवाने सहित सारे कार्य ऑनलाइन हैं तो फिर लोग एजेंटों के पास क्यों जाते हैं? रही बात शुल्क वसूलने की तो हमारे पास किसी की भी शिकायत नहीं है। शिकायत आएगी तो हम कार्रवाई करेंगे। भ्रष्टाचार के आरोप निराधार हैं।
बड़वानी परिवहन विभाग भ्रष्टाचार का अड्डा बना हुआ है। ऐसे आरोप लगाते हुए अंजड़ निवासी अजय शर्मा आरटीओ कार्यालय के सामने परिवार को लेकर भूख हड़ताल पर बैठ गए हैं। भूख हड़ताल पर बैठे अजय शर्मा ने बताया कि यहां आरटीओ और एजेंट की मिलीभगत से खुलेआम रिश्वतखोरी हो रही है। फिटनेस सर्टिफिकेट, फाइनेंस, लाइसेंस, वाहन ट्रांसफर और गाड़ी का वजन बढ़ाने जैसे कामों में रिश्वत का खेल एजेंट विवेक मलतारे की मिलीभगत से हो रहा है। उन्होंने बताया कि बड़वानी आरटीओ कार्यालय में एजेंट विभिन्न कामों की एवज में रिश्वत का लेनदेन करते हैं। इसका हिसाब किताब विवेक मलतारे करता है, जो रिश्वत लेकर आरटीओ और अन्य एजेंटों को काम के अनुसार पहुंचाता है। साथ ही वह सभी फाइलों को कम्प्लीट भी करवाता है। एजेंट प्रतिदिन आवेदकों की फाइल दोपहर 3 से 4 बजे तक जमा करते हैं। उन्होंने बताया गया है कि आरटीओ रीना किराड़े ऑफिस में शाम 4 से 5 बजे के बीच आती है और टेबल पर तैयार रखी फाइलों को साइन कर क्लियर कर देती है। उन्होंने बताया कि आरटीओ दफ्तर (जिला परिवहन कार्यालय) दिन प्रतिदिन लूट का अड्डा बनता जा रहा है। बता दे कि लर्निंग लाइसेंस से लेकर वाहन परमिट, रिन्यूएल, रजिस्ट्रेशन, नाम ट्रांसफर व परमानेंट लाइसेंस बनवाने विभाग द्वारा निर्धारित फीस से अधिक की वसूली की जा रही है। विभाग की मनमानी वसूली की शिकायत कई बार जिला प्रशासन से मेरे द्वारा की गई है, लेकिन इस पर रोक लगाने में गंभीरता नहीं दिखाई जा रही है। इसी को लेकर में अपने परिवार के साथ आरटीओ कार्यालय के सामने भूख हड़ताल पर बैठा हूं। आरटीओ रीना किराड़े ने बताया कि ये एजेंटों के झगड़े हैं। लाइसेंस बनवाने सहित सारे कार्य ऑनलाइन हैं तो फिर लोग एजेंटों के पास क्यों जाते हैं? रही बात शुल्क वसूलने की तो हमारे पास किसी की भी शिकायत नहीं है। शिकायत आएगी तो हम कार्रवाई करेंगे। भ्रष्टाचार के आरोप निराधार हैं।