भटकी बच्ची को पुलिस ने परिजनों से मिलाया:मंदिर में बैठी मिली थी डेढ़ साल की बच्ची, पुलिस ने सोशल मीडिया से ढूंढ निकाले परिजन

एक डेढ़ साल की बच्चो को पुलिस ने सोशल मीडिया के माध्यम से माता-पिता से मिलवा दिया। यह बच्ची आज सुबह एक मंदिर पर रोते हुए मिली थी। सोशल मीडिया पर जब बच्ची की तस्वीर साझा की गई तो कुछ घंटो में ही उसके माता-पिता मिल गए। घोड़ाडोंगरी पुलिस चौकी प्रभारी आम्रपाली डहाट ने बताया की आज सुबह चौकी घोड़ाडोंगरी के सफाई कर्मचारी से सूचना मिली कि करीब डेढ़ साल की बच्ची चंडी माता मंदिर में रोती हुई अकेली बैठी है। जिसके माता-पिता साथ में नहीं है, शायद गुम हो गई है। इस सूचना पर प्रधान आरक्षक कुंवरलाल बरबड़े को लेकर मौके पर पहुंचे और बच्ची को लेकर पहले चौकी घोड़ाडोंगरी पहुंचे। बच्ची घबराई हुई थी और कुछ भी बताने में असमर्थ थी। जिसके कारण तत्काल उसकी फोटो क्षेत्र के आसपास के विभिन्न सोशल मीडिया/ व्हाट्सएप ग्रुप्स में साझा की गई। बच्ची की पहचान स्पष्ट न होने एवं उसके परिजनों के संबंध में कोई सूचना प्राप्त न होने पर तत्काल महिला एवं बाल विकास सुपरवाइजर, अनामिका छारी को सूचित किया गया। सुपरवाइजर भी पुलिस चौकी पहुंची और बच्ची का स्वास्थ्य परीक्षण कराया गया। फोटो के आधार पर हुई पहचान बच्ची की पहचान करने के लिए बच्ची की तस्वीर को मोबाईल पर आसपास के लोगों को दिखाया गया, और सोशल मीडिया पर भी प्रसारित किया गया। पुलिस द्वारा की गई इस कार्यवाही के परिणामस्वरूप फोटो के आधार पर बेहड़ीढाना के नीलेश ताराम ने बच्ची की पहचान की जो उसके मोहल्ले की रहने वाली थी, उसने बच्ची की मां का नाम बिस्सो कुमरे बताया। बच्ची की मां से तत्काल संपर्क किया गया पहचान स्पष्ट होने पर उनको बच्ची सौंप दी गई। चौकी प्रभारी के मुताबिक डेढ़ साल की यह बच्ची पड़ोस की एक किशोरी के पीछे-पीछे आ गई थी। करीब दो किलोमीटर आने के बाद वह कस्बे से भटक गई थी। बेटी के मिल जाने से परिजनों ने पुलिस का आभार जताया है।

भटकी बच्ची को पुलिस ने परिजनों से मिलाया:मंदिर में बैठी मिली थी डेढ़ साल की बच्ची, पुलिस ने सोशल मीडिया से ढूंढ निकाले परिजन
एक डेढ़ साल की बच्चो को पुलिस ने सोशल मीडिया के माध्यम से माता-पिता से मिलवा दिया। यह बच्ची आज सुबह एक मंदिर पर रोते हुए मिली थी। सोशल मीडिया पर जब बच्ची की तस्वीर साझा की गई तो कुछ घंटो में ही उसके माता-पिता मिल गए। घोड़ाडोंगरी पुलिस चौकी प्रभारी आम्रपाली डहाट ने बताया की आज सुबह चौकी घोड़ाडोंगरी के सफाई कर्मचारी से सूचना मिली कि करीब डेढ़ साल की बच्ची चंडी माता मंदिर में रोती हुई अकेली बैठी है। जिसके माता-पिता साथ में नहीं है, शायद गुम हो गई है। इस सूचना पर प्रधान आरक्षक कुंवरलाल बरबड़े को लेकर मौके पर पहुंचे और बच्ची को लेकर पहले चौकी घोड़ाडोंगरी पहुंचे। बच्ची घबराई हुई थी और कुछ भी बताने में असमर्थ थी। जिसके कारण तत्काल उसकी फोटो क्षेत्र के आसपास के विभिन्न सोशल मीडिया/ व्हाट्सएप ग्रुप्स में साझा की गई। बच्ची की पहचान स्पष्ट न होने एवं उसके परिजनों के संबंध में कोई सूचना प्राप्त न होने पर तत्काल महिला एवं बाल विकास सुपरवाइजर, अनामिका छारी को सूचित किया गया। सुपरवाइजर भी पुलिस चौकी पहुंची और बच्ची का स्वास्थ्य परीक्षण कराया गया। फोटो के आधार पर हुई पहचान बच्ची की पहचान करने के लिए बच्ची की तस्वीर को मोबाईल पर आसपास के लोगों को दिखाया गया, और सोशल मीडिया पर भी प्रसारित किया गया। पुलिस द्वारा की गई इस कार्यवाही के परिणामस्वरूप फोटो के आधार पर बेहड़ीढाना के नीलेश ताराम ने बच्ची की पहचान की जो उसके मोहल्ले की रहने वाली थी, उसने बच्ची की मां का नाम बिस्सो कुमरे बताया। बच्ची की मां से तत्काल संपर्क किया गया पहचान स्पष्ट होने पर उनको बच्ची सौंप दी गई। चौकी प्रभारी के मुताबिक डेढ़ साल की यह बच्ची पड़ोस की एक किशोरी के पीछे-पीछे आ गई थी। करीब दो किलोमीटर आने के बाद वह कस्बे से भटक गई थी। बेटी के मिल जाने से परिजनों ने पुलिस का आभार जताया है।