अंतरराष्ट्रीय रामायण सम्मेलन में विदेशी विद्वान भी होंगे शामिल:भोपाल में 22-23 मार्च को होगा आयोजन, 15 मार्च तक भेजे जा सकेंगे शोध पत्र
अंतरराष्ट्रीय रामायण सम्मेलन में विदेशी विद्वान भी होंगे शामिल:भोपाल में 22-23 मार्च को होगा आयोजन, 15 मार्च तक भेजे जा सकेंगे शोध पत्र
भोपाल में तुलसी मानस प्रतिष्ठान का तीसरा अंतरराष्ट्रीय रामायण सम्मेलन 22 और 23 मार्च को मानस भवन में होगा। इस सम्मेलन में शोध पत्र प्रस्तुत करने की अंतिम तिथि 15 मार्च है। सम्मेलन का मुख्य विषय भारतीय ज्ञान परंपरा में 'रामकथा' है। प्रतिभागी अपनी रुचि और योग्यता के अनुसार रामकथा के विविध प्रेरक संदर्भों में से विषय चुन सकते हैं। तुलसी मानस प्रतिष्ठान के कार्याध्यक्ष और सम्मेलन के संरक्षक रघुनंदन शर्मा ने बताया कि भारत के अलावा अमेरिका, जापान, चीन और श्रीलंका के विद्वानों ने भी सम्मेलन में भाग लेने की स्वीकृति दे दी है। देश से करीब 100 शोधार्थी और विद्वान इस सम्मेलन में हिस्सा लेंगे। शोधार्थी विषय के उपशीर्षकों में भी रुचि एवं योग्यता के अनुसार शोध प्रस्तुत कर सकेंगे।
भोपाल में तुलसी मानस प्रतिष्ठान का तीसरा अंतरराष्ट्रीय रामायण सम्मेलन 22 और 23 मार्च को मानस भवन में होगा। इस सम्मेलन में शोध पत्र प्रस्तुत करने की अंतिम तिथि 15 मार्च है। सम्मेलन का मुख्य विषय भारतीय ज्ञान परंपरा में 'रामकथा' है। प्रतिभागी अपनी रुचि और योग्यता के अनुसार रामकथा के विविध प्रेरक संदर्भों में से विषय चुन सकते हैं। तुलसी मानस प्रतिष्ठान के कार्याध्यक्ष और सम्मेलन के संरक्षक रघुनंदन शर्मा ने बताया कि भारत के अलावा अमेरिका, जापान, चीन और श्रीलंका के विद्वानों ने भी सम्मेलन में भाग लेने की स्वीकृति दे दी है। देश से करीब 100 शोधार्थी और विद्वान इस सम्मेलन में हिस्सा लेंगे। शोधार्थी विषय के उपशीर्षकों में भी रुचि एवं योग्यता के अनुसार शोध प्रस्तुत कर सकेंगे।