खंडवा में किसानों का जंगल बचाओ आंदोलन:गुड़ी में आज जुटेंगे सैकड़ों आंदोलनकारी, वन माफिया के खिलाफ एक्शन लेने की मांग

खंडवा जिले के गुड़ी वन परिक्षेत्र में पिछले 4 सालों से लगातार जंगलों पर कब्जा रहा है। जंगल को खत्म कर खेत बना दिए गए और अब फसलें ली जा रही है। प्रशासन भी सिर्फ नाममात्र की कार्रवाई करता है, बगैर प्लानिंग के एक्शन लेने का नतीजा यह रहता है कि वन अमले पर हमले की घटनाएं होती है। शासन से अतिक्रमण हटाने के लिए मिले लाखों रूपए की बंदरबांट हो जाती है। इसी को लेकर गुड़ी क्षेत्र के किसानों में आक्रोश फूट चुका है। विरोध स्वरूप सैकड़ों किसान सोमवार को गुड़ी स्थित अनाज मंडी में जुटेंगे। वहां से पैदल रैली निकालकर गुडी रेंज ऑफिस पहुंचकर धरना-प्रदर्शन करेंगे। क्षेत्र के मुकेश पटेल ने बताया कि गुड़ी क्षेत्र में हो रहे लगातार वन कटाई एवं अतिक्रमणकारियों के विरुद्ध कार्रवाई रोके जाने के विरोध में सभी किसान संगठन एकजुट होंगे। वन विभाग के खिलाफ एक दिवसीय धरना प्रदर्शन कर ज्ञापन दिया जाएगा। एक बार पत्थर खाकर आए, तब से नहीं पलटा विभाग एक महीने पहले जिला प्रशासन ने लाव-लश्कर के साथ अतिक्रमणकारियों को खदेड़ने के लिए जंगल में दबिश दी थी। इस दौरान दूसरे दिन की कार्रवाई में आमाखुजरी गांव में वन अमले पर पथराव हो गया। 20 से ज्यादा जवान और अधिकारी घायल हो गए। मामले में 40 अतिक्रमणकारियों के खिलाफ केस दर्ज हुए। पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। लेकिन इस घटना के बाद वन विभाग ने जंगल तरफ जाने की हिम्मत तक नहीं जुटाई। जबकि अतिक्रमणकारी जंगलों पर काबिज होकर खेती कर रहे हैं।

खंडवा में किसानों का जंगल बचाओ आंदोलन:गुड़ी में आज जुटेंगे सैकड़ों आंदोलनकारी, वन माफिया के खिलाफ एक्शन लेने की मांग
खंडवा जिले के गुड़ी वन परिक्षेत्र में पिछले 4 सालों से लगातार जंगलों पर कब्जा रहा है। जंगल को खत्म कर खेत बना दिए गए और अब फसलें ली जा रही है। प्रशासन भी सिर्फ नाममात्र की कार्रवाई करता है, बगैर प्लानिंग के एक्शन लेने का नतीजा यह रहता है कि वन अमले पर हमले की घटनाएं होती है। शासन से अतिक्रमण हटाने के लिए मिले लाखों रूपए की बंदरबांट हो जाती है। इसी को लेकर गुड़ी क्षेत्र के किसानों में आक्रोश फूट चुका है। विरोध स्वरूप सैकड़ों किसान सोमवार को गुड़ी स्थित अनाज मंडी में जुटेंगे। वहां से पैदल रैली निकालकर गुडी रेंज ऑफिस पहुंचकर धरना-प्रदर्शन करेंगे। क्षेत्र के मुकेश पटेल ने बताया कि गुड़ी क्षेत्र में हो रहे लगातार वन कटाई एवं अतिक्रमणकारियों के विरुद्ध कार्रवाई रोके जाने के विरोध में सभी किसान संगठन एकजुट होंगे। वन विभाग के खिलाफ एक दिवसीय धरना प्रदर्शन कर ज्ञापन दिया जाएगा। एक बार पत्थर खाकर आए, तब से नहीं पलटा विभाग एक महीने पहले जिला प्रशासन ने लाव-लश्कर के साथ अतिक्रमणकारियों को खदेड़ने के लिए जंगल में दबिश दी थी। इस दौरान दूसरे दिन की कार्रवाई में आमाखुजरी गांव में वन अमले पर पथराव हो गया। 20 से ज्यादा जवान और अधिकारी घायल हो गए। मामले में 40 अतिक्रमणकारियों के खिलाफ केस दर्ज हुए। पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। लेकिन इस घटना के बाद वन विभाग ने जंगल तरफ जाने की हिम्मत तक नहीं जुटाई। जबकि अतिक्रमणकारी जंगलों पर काबिज होकर खेती कर रहे हैं।