नेताजी की 128वीं जयंती, छात्राओं ने दी देशभक्ति की प्रस्तुतियां:चिल्ड्रेंस होप इंडिया में सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ मनाई सुभाष जयंती
नेताजी की 128वीं जयंती, छात्राओं ने दी देशभक्ति की प्रस्तुतियां:चिल्ड्रेंस होप इंडिया में सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ मनाई सुभाष जयंती
भोपाल के चिल्ड्रेंस होप इंडिया गर्ल्स स्कूल में नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 128वीं जयंती पर देशभक्ति की भावना से ओतप्रोत कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसका शुभारंभ विद्यालय की प्राचार्या प्रिया जैन शर्मा ने दीप प्रज्वलन और नेताजी के चित्र पर माल्यार्पण के साथ किया। समारोह में छात्राओं ने राष्ट्रगान और देशभक्ति गीतों की हृदयस्पर्शी प्रस्तुतियां दीं। प्राचार्या ने अपने संबोधन में नेताजी के जीवन से जुड़े प्रेरक प्रसंगों को साझा करते हुए कहा कि उनका जीवन साहस, नेतृत्व और देशभक्ति का अनुपम उदाहरण है। उन्होंने छात्राओं से देश की प्रगति में सक्रिय योगदान देने का आह्वान किया। कार्यक्रम में निबंध लेखन, भाषण और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों का आयोजन किया गया, जिसमें छात्राओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। विद्यार्थियों और शिक्षकों ने नेताजी के प्रसिद्ध नारे "तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आज़ादी दूंगा" को स्मरण करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। समारोह में स्वतंत्रता संग्राम में नेताजी के योगदान को विशेष रूप से याद किया गया।
भोपाल के चिल्ड्रेंस होप इंडिया गर्ल्स स्कूल में नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 128वीं जयंती पर देशभक्ति की भावना से ओतप्रोत कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसका शुभारंभ विद्यालय की प्राचार्या प्रिया जैन शर्मा ने दीप प्रज्वलन और नेताजी के चित्र पर माल्यार्पण के साथ किया। समारोह में छात्राओं ने राष्ट्रगान और देशभक्ति गीतों की हृदयस्पर्शी प्रस्तुतियां दीं। प्राचार्या ने अपने संबोधन में नेताजी के जीवन से जुड़े प्रेरक प्रसंगों को साझा करते हुए कहा कि उनका जीवन साहस, नेतृत्व और देशभक्ति का अनुपम उदाहरण है। उन्होंने छात्राओं से देश की प्रगति में सक्रिय योगदान देने का आह्वान किया। कार्यक्रम में निबंध लेखन, भाषण और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों का आयोजन किया गया, जिसमें छात्राओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। विद्यार्थियों और शिक्षकों ने नेताजी के प्रसिद्ध नारे "तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आज़ादी दूंगा" को स्मरण करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। समारोह में स्वतंत्रता संग्राम में नेताजी के योगदान को विशेष रूप से याद किया गया।