पत्रकारों के साथ मारपीट व दुव्र्यवहार, स्वास्थ्य कर्मचारी संघ ने की निंदा
पत्रकारों के साथ मारपीट व दुव्र्यवहार, स्वास्थ्य कर्मचारी संघ ने की निंदा
छत्तीसगढ़ संवाददाता
अंबिकापुर, 28 मई। डॉ. भीमराव अंबेडकर स्मृति चिकित्सालय (मेकाहारा), रायपुर में हाल ही में पत्रकारों के साथ हुई मारपीट एवं दुव्र्यवहार की घटना को लेकर छत्तीसगढ़ प्रदेश स्वास्थ्य कर्मचारी संघ ने कड़ी निंदा की है। संघ ने दोषियों पर सख्त से सख्त कार्रवाई की मांग करते हुए ठेका प्रणाली की गहन जांच और सुधार की आवश्यकता जताई है।
संघ के संभागीय सचिव दुर्गेश त्रिपाठी ने एक बयान जारी कर कहा कि मेकाहारा में सफाई एवं सुरक्षा सेवाओं का ठेका पिछले 8-10 वर्षों से कॉल भी सर्विस नामक संस्था के अधीन विभिन्न नामों से संचालित हो रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि यह संस्था ठेका लेकर बाउंसर और अन्य कर्मचारी सुपरवाइजर के हवाले कर देती है, जिनके माध्यम से सभी कार्य संचालित होते हैं।
त्रिपाठी के अनुसार, कॉल भी सर्विस द्वारा शून्य प्रतिशत लाभ के मॉडल पर ठेका लिया जाता है, लेकिन वास्तव में कंपनी कर्मचारियों की संख्या में हेरफेर कर, अनुपस्थित कर्मचारियों का वेतन निकालकर निजी लाभ कमा रही है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि ठेका चलने के बाद से महिला सफाई कर्मचारियों का मानसिक, आर्थिक और शारीरिक शोषण हो रहा है। इसके अलावा, मेकाहारा परिसर में स्थित गार्ड रूम को शराब सेवन का अड्डा बना दिया गया है।
संघ का कहना है कि इस संबंध में पूर्व में तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री, संचालक चिकित्सा शिक्षा, अधिष्ठाता और अस्पताल अधीक्षक को कई बार अवगत कराया गया, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई, जिससे संबंधित लोगों का मनोबल बढ़ता गया।
छग प्रदेश स्वास्थ्य कर्मचारी संघ ने मांग की है कि राज्य के सभी स्वास्थ्य संस्थानों से कॉल भी सर्विस के ठेकों को तत्काल प्रभाव से निरस्त किया जाए तथा इन कार्यों की जिम्मेदारी महिला स्व-सहायता समूहों को सौंपी जाए, ताकि अस्पताल परिसरों को भयमुक्त और जनसामान्य के लिए सुरक्षित बनाया जा सके।
छत्तीसगढ़ संवाददाता
अंबिकापुर, 28 मई। डॉ. भीमराव अंबेडकर स्मृति चिकित्सालय (मेकाहारा), रायपुर में हाल ही में पत्रकारों के साथ हुई मारपीट एवं दुव्र्यवहार की घटना को लेकर छत्तीसगढ़ प्रदेश स्वास्थ्य कर्मचारी संघ ने कड़ी निंदा की है। संघ ने दोषियों पर सख्त से सख्त कार्रवाई की मांग करते हुए ठेका प्रणाली की गहन जांच और सुधार की आवश्यकता जताई है।
संघ के संभागीय सचिव दुर्गेश त्रिपाठी ने एक बयान जारी कर कहा कि मेकाहारा में सफाई एवं सुरक्षा सेवाओं का ठेका पिछले 8-10 वर्षों से कॉल भी सर्विस नामक संस्था के अधीन विभिन्न नामों से संचालित हो रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि यह संस्था ठेका लेकर बाउंसर और अन्य कर्मचारी सुपरवाइजर के हवाले कर देती है, जिनके माध्यम से सभी कार्य संचालित होते हैं।
त्रिपाठी के अनुसार, कॉल भी सर्विस द्वारा शून्य प्रतिशत लाभ के मॉडल पर ठेका लिया जाता है, लेकिन वास्तव में कंपनी कर्मचारियों की संख्या में हेरफेर कर, अनुपस्थित कर्मचारियों का वेतन निकालकर निजी लाभ कमा रही है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि ठेका चलने के बाद से महिला सफाई कर्मचारियों का मानसिक, आर्थिक और शारीरिक शोषण हो रहा है। इसके अलावा, मेकाहारा परिसर में स्थित गार्ड रूम को शराब सेवन का अड्डा बना दिया गया है।
संघ का कहना है कि इस संबंध में पूर्व में तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री, संचालक चिकित्सा शिक्षा, अधिष्ठाता और अस्पताल अधीक्षक को कई बार अवगत कराया गया, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई, जिससे संबंधित लोगों का मनोबल बढ़ता गया।
छग प्रदेश स्वास्थ्य कर्मचारी संघ ने मांग की है कि राज्य के सभी स्वास्थ्य संस्थानों से कॉल भी सर्विस के ठेकों को तत्काल प्रभाव से निरस्त किया जाए तथा इन कार्यों की जिम्मेदारी महिला स्व-सहायता समूहों को सौंपी जाए, ताकि अस्पताल परिसरों को भयमुक्त और जनसामान्य के लिए सुरक्षित बनाया जा सके।