भोपाल बड़वाले महादेव मंदिर में रक्तचंदन से रुद्राभिषेक:बाबा बटेश्वर व मां गौरा शीतलदास की बगिया में आज करेंगे नौका विहार
भोपाल बड़वाले महादेव मंदिर में रक्तचंदन से रुद्राभिषेक:बाबा बटेश्वर व मां गौरा शीतलदास की बगिया में आज करेंगे नौका विहार
अश्विनी मास के भौम प्रदेश में शहर के मंदिरों में मंगलवार को विशेष पूजा अर्चना की गई। कहीं पर भगवान शंकर ने मंगल स्वरुप में श्रद्धालुओं को दर्शन दिए, तो कहीं पर भगवान का रक्तचंदन के साथ रुद्राभिषेक किया गया। पंडितों का कहना है कि भौम प्रदोष पर मंगल ग्रह की शांति की कामना से श्रद्धालुओं ने पूजा अर्चना की । राजधानी के बड़वाले महादेव मंदिर सेवा समिति द्वारा इस अवसर पर बाबा बटेश्वर का रक्त चंदन से अभिषेक कर मंगल ग्रह की शांति की कामना की गई। समिति के संजय अग्रवाल एवं प्रमोद नेमा ने बताया कि ऐसी मान्यता है की भौम प्रदोष के अवसर पर प्रदोष काल में हनुमान चालीसा का पाठ करने से कर्ज मुक्ति हो जाती है। मुरली वाला ग्रुप के द्वारा प्रदोष काल में संगीतमय हनुमान चालीसा पाठ एवं राम नाम की माला का जाप किया गया। तत्पश्चात महा आरती एवं प्रसादी वितरण हुआ। भगवान बटेश्वर का गोपीश्वर रुप में होगा श्रृंगार बड़वाले महादेव मंदिर सेवा समिति एवं ट्रस्ट के द्वारा शरद पूर्णिमा के अवसर पर आज शीतल दास की बगिया में भगवान बटेश्वर को मां गौरा के संग नौका विहार कराया जाएगा। समिति के संजय अग्रवाल एवं प्रमोद नेमा ने बताया कि शाम 7बजे बाबा बटेश्वर की रजत प्रतिमा को वाहन द्वारा मां भवानी मंदिर सोमवारा लाया जाएगा। यहां पर अध्यक्ष रमेश सैनी भगवान की विधि विधान से पूजन करेंगे, इसके बाद माता जी की चलित प्रतिमा के साथ शीतल दास की बगिया पहुंचकर फूल एवं लाइट से सुसज्जित नाव में विराजित कर नौका विहार होगा। साथ ही सुमधुर भजनों की प्रस्तुति के बाद खीर की प्रसादी भी वितरित होगी|
अश्विनी मास के भौम प्रदेश में शहर के मंदिरों में मंगलवार को विशेष पूजा अर्चना की गई। कहीं पर भगवान शंकर ने मंगल स्वरुप में श्रद्धालुओं को दर्शन दिए, तो कहीं पर भगवान का रक्तचंदन के साथ रुद्राभिषेक किया गया। पंडितों का कहना है कि भौम प्रदोष पर मंगल ग्रह की शांति की कामना से श्रद्धालुओं ने पूजा अर्चना की । राजधानी के बड़वाले महादेव मंदिर सेवा समिति द्वारा इस अवसर पर बाबा बटेश्वर का रक्त चंदन से अभिषेक कर मंगल ग्रह की शांति की कामना की गई। समिति के संजय अग्रवाल एवं प्रमोद नेमा ने बताया कि ऐसी मान्यता है की भौम प्रदोष के अवसर पर प्रदोष काल में हनुमान चालीसा का पाठ करने से कर्ज मुक्ति हो जाती है। मुरली वाला ग्रुप के द्वारा प्रदोष काल में संगीतमय हनुमान चालीसा पाठ एवं राम नाम की माला का जाप किया गया। तत्पश्चात महा आरती एवं प्रसादी वितरण हुआ। भगवान बटेश्वर का गोपीश्वर रुप में होगा श्रृंगार बड़वाले महादेव मंदिर सेवा समिति एवं ट्रस्ट के द्वारा शरद पूर्णिमा के अवसर पर आज शीतल दास की बगिया में भगवान बटेश्वर को मां गौरा के संग नौका विहार कराया जाएगा। समिति के संजय अग्रवाल एवं प्रमोद नेमा ने बताया कि शाम 7बजे बाबा बटेश्वर की रजत प्रतिमा को वाहन द्वारा मां भवानी मंदिर सोमवारा लाया जाएगा। यहां पर अध्यक्ष रमेश सैनी भगवान की विधि विधान से पूजन करेंगे, इसके बाद माता जी की चलित प्रतिमा के साथ शीतल दास की बगिया पहुंचकर फूल एवं लाइट से सुसज्जित नाव में विराजित कर नौका विहार होगा। साथ ही सुमधुर भजनों की प्रस्तुति के बाद खीर की प्रसादी भी वितरित होगी|