भोपाल में नगर निगम कर्मचारियों की मांग:सफाई मित्र, श्रमिकों को लेकर दिल्ली सरकार की तरह निर्णय ने मप्र सरकार

सफाई मित्र और श्रमिकों को लेकर दिल्ली सरकार के फैसले ने मध्य प्रदेश के सफाई मित्र और श्रमिकों की उम्मीदें बढ़ा दी हैं। भोपाल सहित प्रदेश के सभी नगरीय निकाय के सफाई मित्रों और श्रमिकों ने मोहन सरकार से इस दिशा में विचार कर जल्द निर्णय लेने की मांग की है। मध्य प्रदेश में डेढ़ लाख से अधिक श्रमिक कार्यरत हैं। जिन्हें अकुशल, अर्द्धकुशल, कुशल और उच्च कुशल के रूप में वेतन दिया जा रहा है। दिल्ली में विधानसभा के चुनाव होने हैं। इससे पहले आतिशी सरकार ने सफाई मित्र और श्रमिकों को साधा है। सरकार ने अकुशल, अर्द्धकुशल और कुशल श्रमिकों के वेतन में वृद्धि कर दी है। मध्य प्रदेश शासकीय वाहन चालक यांत्रिक कर्मचारी संघ से संबद्ध 'नगर पालिक निगम कर्मचारी श्रमिक संघ' के अध्यक्ष अरविंद वेद ने मध्य प्रदेश के सफाई मित्र और श्रमिकों के वेतन में भी वृद्धि की मांग की है। उनका कहना है कि 8 से 11 हजार रुपए के वेतन में जीवन बसर करना कितना मुश्किल है शायद सरकार में बैठे लोग नहीं जानते हैं। वेद ने कहा कि महंगाई महीने-दर-महीने बढ़ती जा रही है और शहरों को साफ रखने वालों के घर गरीबी की गंदगी है। वे बताते हैं कि अकेले भोपाल नगर निगम में 13 हजार श्रमिक हैं, जिन्हें 8 से 10 हजार रुपए महीना वेतन मिलता है। कई जोन में यह वेतन भी समय पर नहीं मिलता। ऐसे में श्रमिकों से अच्छे काम की उम्मीद कैसे की जा सकती है पर हम सभी परेशानियों को एक ओर रखकर शहर को साफ रखते हैं। श्रमिकों को कितना वेतन दे रही सरकार श्रमिक कैटेगिरी - भोपाल - दिल्ली (नया वेतन)

सफाई मित्र और श्रमिकों को लेकर दिल्ली सरकार के फैसले ने मध्य प्रदेश के सफाई मित्र और श्रमिकों की उम्मीदें बढ़ा दी हैं। भोपाल सहित प्रदेश के सभी नगरीय निकाय के सफाई मित्रों और श्रमिकों ने मोहन सरकार से इस दिशा में विचार कर जल्द निर्णय लेने की मांग की है। मध्य प्रदेश में डेढ़ लाख से अधिक श्रमिक कार्यरत हैं। जिन्हें अकुशल, अर्द्धकुशल, कुशल और उच्च कुशल के रूप में वेतन दिया जा रहा है। दिल्ली में विधानसभा के चुनाव होने हैं। इससे पहले आतिशी सरकार ने सफाई मित्र और श्रमिकों को साधा है। सरकार ने अकुशल, अर्द्धकुशल और कुशल श्रमिकों के वेतन में वृद्धि कर दी है। मध्य प्रदेश शासकीय वाहन चालक यांत्रिक कर्मचारी संघ से संबद्ध 'नगर पालिक निगम कर्मचारी श्रमिक संघ' के अध्यक्ष अरविंद वेद ने मध्य प्रदेश के सफाई मित्र और श्रमिकों के वेतन में भी वृद्धि की मांग की है। उनका कहना है कि 8 से 11 हजार रुपए के वेतन में जीवन बसर करना कितना मुश्किल है शायद सरकार में बैठे लोग नहीं जानते हैं। वेद ने कहा कि महंगाई महीने-दर-महीने बढ़ती जा रही है और शहरों को साफ रखने वालों के घर गरीबी की गंदगी है। वे बताते हैं कि अकेले भोपाल नगर निगम में 13 हजार श्रमिक हैं, जिन्हें 8 से 10 हजार रुपए महीना वेतन मिलता है। कई जोन में यह वेतन भी समय पर नहीं मिलता। ऐसे में श्रमिकों से अच्छे काम की उम्मीद कैसे की जा सकती है पर हम सभी परेशानियों को एक ओर रखकर शहर को साफ रखते हैं। श्रमिकों को कितना वेतन दे रही सरकार श्रमिक कैटेगिरी - भोपाल - दिल्ली (नया वेतन)