9 करोड़ की लागत से बनेगा डिवाइडर:तैयारी में जुटी नपा, डिवाइडर निर्माण से पहले शुरू हुई पेड़ों की कटाई

नगर पालिका जल्द ही कारंजा से अंजड़ रोड पर शुभम पेट्रोलियम तक डिवाइडर का निर्माण कार्य शुरू करने वाली है। इसके पहले शुक्रवार सुबह से सड़क किनारे पेड़ों की कटाई और फुटपाथ पर लगे पैवर्स को हटाने का काम शुरू हो चुका है। इस निर्माण के तहत लगभग एक किलोमीटर लंबे मार्ग पर चौड़ी सड़क बनाई जाएगी, जिससे यातायात की दिक्कतें कम होंगी। यातायात दबाव और हादसों की समस्या कारंजा से अंजड़ रोड पर सिंगल रूट होने के कारण इस मार्ग पर यातायात का अत्यधिक दबाव रहता है। दिन में कई बार जाम की स्थिति बनती है और दुर्घटनाओं की आशंका भी अधिक रहती है। लंबे समय से स्थानीय लोग इस मार्ग पर डिवाइडर की मांग कर रहे थे, ताकि यातायात को नियंत्रित किया जा सके और हादसों को रोका जा सके। करीब 9 करोड़ की लागत से होगा डिवाइडर का निर्माण शहर में नगर पालिका द्वारा करोड़ों रुपये की लागत से विभिन्न विकास कार्य किए जा रहे हैं। धोबड़िया तालाब के पास ग्रीन स्पेस गार्डन, तालाब की बाउंड्रीवाल और झंडा चौक में सब्जी मंडी का निर्माण भी जारी है।कारंजा से अंजड़ रोड तक डिवाइडर का निर्माण करीब 9.60 करोड़ रुपये की लागत से होगा और अगले महीने से इसका काम होगा शुर। पुलिया और सड़क चौड़ीकरण का भी होगा काम इस नए निर्माण में अंजड़ नाका पर स्थित संकरी पुलिया को चौड़ा किया जाएगा और सड़क की चौड़ाई 18 से 20 मीटर तक होगी। इसके अलावा, सड़क किनारे पटरियों और नाले की निकासी के लिए भी उचित व्यवस्था की जाएगी। फुटपाथ क्षतिग्रस्त हो चुका था, जिसके चलते पैदल यात्रियों को दिक्कत हो रही थी, अब नई सड़क के साथ पैदल यात्रियों के लिए भी सुविधा मिलेगी। वैकल्पिक यातायात व्यवस्था होगी लागू निर्माण कार्य के दौरान नगर पालिका वैकल्पिक यातायात व्यवस्था पर काम कर रही है ताकि आम जनजीवन में कोई रुकावट न हो। नपा इंजीनियर रवि राठौर ने बताया कि जल्द ही निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा और मार्ग चौड़ीकरण के कारण कुछ परिसरों की बाउंड्रीवाल भी हटानी पड़ेगी। नपा के इंजीनियर रवि राठौर ने बताया कि कारंजा से अंजड़ रोड पर डिवाइडर मार्ग का निर्माण के लिए लंबे समय से प्रयास जारी था। अब स्वीकृति मिल चुकी है। जल्द ही काम शुरू करवाएंगे। करीब 9.60 करोड़ की लागत से मार्ग बनेगा। इसमें अंजड़ नाका पर पुलिया भी बनेगी। निर्माण के दौरान सड़क चौड़ीकरण में कई पेड़ व परिसरों की बाउंड्रीवाल जद में आएगी। जिनका दायरा कुछ फीट पीछे होगा।

नगर पालिका जल्द ही कारंजा से अंजड़ रोड पर शुभम पेट्रोलियम तक डिवाइडर का निर्माण कार्य शुरू करने वाली है। इसके पहले शुक्रवार सुबह से सड़क किनारे पेड़ों की कटाई और फुटपाथ पर लगे पैवर्स को हटाने का काम शुरू हो चुका है। इस निर्माण के तहत लगभग एक किलोमीटर लंबे मार्ग पर चौड़ी सड़क बनाई जाएगी, जिससे यातायात की दिक्कतें कम होंगी। यातायात दबाव और हादसों की समस्या कारंजा से अंजड़ रोड पर सिंगल रूट होने के कारण इस मार्ग पर यातायात का अत्यधिक दबाव रहता है। दिन में कई बार जाम की स्थिति बनती है और दुर्घटनाओं की आशंका भी अधिक रहती है। लंबे समय से स्थानीय लोग इस मार्ग पर डिवाइडर की मांग कर रहे थे, ताकि यातायात को नियंत्रित किया जा सके और हादसों को रोका जा सके। करीब 9 करोड़ की लागत से होगा डिवाइडर का निर्माण शहर में नगर पालिका द्वारा करोड़ों रुपये की लागत से विभिन्न विकास कार्य किए जा रहे हैं। धोबड़िया तालाब के पास ग्रीन स्पेस गार्डन, तालाब की बाउंड्रीवाल और झंडा चौक में सब्जी मंडी का निर्माण भी जारी है।कारंजा से अंजड़ रोड तक डिवाइडर का निर्माण करीब 9.60 करोड़ रुपये की लागत से होगा और अगले महीने से इसका काम होगा शुर। पुलिया और सड़क चौड़ीकरण का भी होगा काम इस नए निर्माण में अंजड़ नाका पर स्थित संकरी पुलिया को चौड़ा किया जाएगा और सड़क की चौड़ाई 18 से 20 मीटर तक होगी। इसके अलावा, सड़क किनारे पटरियों और नाले की निकासी के लिए भी उचित व्यवस्था की जाएगी। फुटपाथ क्षतिग्रस्त हो चुका था, जिसके चलते पैदल यात्रियों को दिक्कत हो रही थी, अब नई सड़क के साथ पैदल यात्रियों के लिए भी सुविधा मिलेगी। वैकल्पिक यातायात व्यवस्था होगी लागू निर्माण कार्य के दौरान नगर पालिका वैकल्पिक यातायात व्यवस्था पर काम कर रही है ताकि आम जनजीवन में कोई रुकावट न हो। नपा इंजीनियर रवि राठौर ने बताया कि जल्द ही निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा और मार्ग चौड़ीकरण के कारण कुछ परिसरों की बाउंड्रीवाल भी हटानी पड़ेगी। नपा के इंजीनियर रवि राठौर ने बताया कि कारंजा से अंजड़ रोड पर डिवाइडर मार्ग का निर्माण के लिए लंबे समय से प्रयास जारी था। अब स्वीकृति मिल चुकी है। जल्द ही काम शुरू करवाएंगे। करीब 9.60 करोड़ की लागत से मार्ग बनेगा। इसमें अंजड़ नाका पर पुलिया भी बनेगी। निर्माण के दौरान सड़क चौड़ीकरण में कई पेड़ व परिसरों की बाउंड्रीवाल जद में आएगी। जिनका दायरा कुछ फीट पीछे होगा।