लोहड़ी पर गुरुद्वारे में कीर्तन के बाद हुआ भांगड़ा-गिद्दा:नीमच में सिख समाज के नव दंपती और नवजात के परिवारों ने की परिक्रमा

नीमच में सिख समाज ने सोमवार रात लोहड़ी का त्योहार मनाया। शहर के गुरुद्वारे में सिख समाज विकास समिति के तत्वावधान में आयोजित कार्यक्रम में बड़ी संख्या में सिख समाजजन शामिल हुए। कार्यक्रम की शुरुआत गुरुद्वारे में कीर्तन से हुई, जिसके बाद प्रसादी का वितरण किया गया। ज्ञानी साजन सिंह ने गुरुद्वारे के बाहर लोहड़ी जलाई। समाज के नवविवाहित जोड़ों और नवजात बच्चों के परिवारों ने जलती लोहड़ी की परिक्रमा की। महिलाओं ने विधि-विधान से पूजा करते हुए अग्निदेव से परिवार और देश की समृद्धि की प्रार्थना की। कार्यक्रम में भांगड़ा और गिद्दा नृत्य का आयोजन किया गया, साथ ही परंपरागत लोहड़ी गीत भी गाए गए। समाजजनों ने साल भर सकारात्मकता के साथ काम करने का संकल्प लिया। कार्यक्रम के समापन पर गुरुद्वारे के हॉल में लंगर का आयोजन किया गया। इस अवसर पर समिति अध्यक्ष हरभजन सिंह सलूजा, सचिव सतपाल सिंह छाबड़ा, उपाध्यक्ष रघुवीर सिंह अरोरा, कोषाध्यक्ष संदीप सलूजा सहित समिति के अन्य पदाधिकारी और बड़ी संख्या में सिख समाज के लोग उपस्थित रहे।

लोहड़ी पर गुरुद्वारे में कीर्तन के बाद हुआ भांगड़ा-गिद्दा:नीमच में सिख समाज के नव दंपती और नवजात के परिवारों ने की परिक्रमा
नीमच में सिख समाज ने सोमवार रात लोहड़ी का त्योहार मनाया। शहर के गुरुद्वारे में सिख समाज विकास समिति के तत्वावधान में आयोजित कार्यक्रम में बड़ी संख्या में सिख समाजजन शामिल हुए। कार्यक्रम की शुरुआत गुरुद्वारे में कीर्तन से हुई, जिसके बाद प्रसादी का वितरण किया गया। ज्ञानी साजन सिंह ने गुरुद्वारे के बाहर लोहड़ी जलाई। समाज के नवविवाहित जोड़ों और नवजात बच्चों के परिवारों ने जलती लोहड़ी की परिक्रमा की। महिलाओं ने विधि-विधान से पूजा करते हुए अग्निदेव से परिवार और देश की समृद्धि की प्रार्थना की। कार्यक्रम में भांगड़ा और गिद्दा नृत्य का आयोजन किया गया, साथ ही परंपरागत लोहड़ी गीत भी गाए गए। समाजजनों ने साल भर सकारात्मकता के साथ काम करने का संकल्प लिया। कार्यक्रम के समापन पर गुरुद्वारे के हॉल में लंगर का आयोजन किया गया। इस अवसर पर समिति अध्यक्ष हरभजन सिंह सलूजा, सचिव सतपाल सिंह छाबड़ा, उपाध्यक्ष रघुवीर सिंह अरोरा, कोषाध्यक्ष संदीप सलूजा सहित समिति के अन्य पदाधिकारी और बड़ी संख्या में सिख समाज के लोग उपस्थित रहे।