मार्च में भारत के सर्विस सेक्टर में बिजनेस गतिविधियां मजबूत रहीं

नई दिल्ली, 4 अप्रैल । भारत के सर्विस सेक्टर में मार्च में तेजी जारी रही है। इस कारण पीएमआई इंडेक्स लंबी अवधि के औसत 54.2 से अधिक 58.5 पर था। एचएसबीसी द्वारा शुक्रवार को जारी किए गए डेटा से यह जानकारी मिली। हालांकि, मार्च में पीएमआई फरवरी के आंकड़े 59 की तुलना में कम रहा है। सर्विस और मैन्युफैक्चरिंग क्षेत्र की संयुक्त गतिविधियों पर आधारित एचएसबीसी इंडिया कम्पोजिट पीएमआई आउटपुट सूचकांक मार्च में फरवरी के 58.8 से बढ़कर सात महीने के उच्चतम स्तर 59.5 पर पहुंच गया। जब भी पीएमआई सूचकांक 50 के ऊपर होता है तो यह ग्रोथ को दर्शाता है। एचएसबीसी में भारत के मुख्य अर्थशास्त्री प्रांजुल भंडारी ने कहा, मार्च में घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय मांग काफी अच्छी रही, हालांकि पिछले महीने की तुलना में कम थी। भंडारी ने कहा, भविष्य की ओर देखें तो बिजनेस सेंटीमेंट सामान्यतः सकारात्मक बने हुए हैं, लेकिन बढ़ती प्रतिस्पर्धा कई सर्वेक्षण प्रतिभागियों के लिए एक बड़ी चुनौती बनी हुई है। रिपोर्ट में बताया गया कि सर्विसेज सेक्टर की बिजनेस गतिविधियों और बिक्री में व्यापक स्तर पर बढ़त देखने को मिल रही है। इसकी वजह फाइनेंस, इंश्योरेंस और कंज्यूमर सर्विसेज में मजबूत ग्रोथ का होना है।

मार्च में भारत के सर्विस सेक्टर में बिजनेस गतिविधियां मजबूत रहीं
नई दिल्ली, 4 अप्रैल । भारत के सर्विस सेक्टर में मार्च में तेजी जारी रही है। इस कारण पीएमआई इंडेक्स लंबी अवधि के औसत 54.2 से अधिक 58.5 पर था। एचएसबीसी द्वारा शुक्रवार को जारी किए गए डेटा से यह जानकारी मिली। हालांकि, मार्च में पीएमआई फरवरी के आंकड़े 59 की तुलना में कम रहा है। सर्विस और मैन्युफैक्चरिंग क्षेत्र की संयुक्त गतिविधियों पर आधारित एचएसबीसी इंडिया कम्पोजिट पीएमआई आउटपुट सूचकांक मार्च में फरवरी के 58.8 से बढ़कर सात महीने के उच्चतम स्तर 59.5 पर पहुंच गया। जब भी पीएमआई सूचकांक 50 के ऊपर होता है तो यह ग्रोथ को दर्शाता है। एचएसबीसी में भारत के मुख्य अर्थशास्त्री प्रांजुल भंडारी ने कहा, मार्च में घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय मांग काफी अच्छी रही, हालांकि पिछले महीने की तुलना में कम थी। भंडारी ने कहा, भविष्य की ओर देखें तो बिजनेस सेंटीमेंट सामान्यतः सकारात्मक बने हुए हैं, लेकिन बढ़ती प्रतिस्पर्धा कई सर्वेक्षण प्रतिभागियों के लिए एक बड़ी चुनौती बनी हुई है। रिपोर्ट में बताया गया कि सर्विसेज सेक्टर की बिजनेस गतिविधियों और बिक्री में व्यापक स्तर पर बढ़त देखने को मिल रही है। इसकी वजह फाइनेंस, इंश्योरेंस और कंज्यूमर सर्विसेज में मजबूत ग्रोथ का होना है।