अंधड़-बारिश ने कहर बरपाया, कहीं पेड़ गिरे, कहीं होर्डिंग्स
अंधड़-बारिश ने कहर बरपाया, कहीं पेड़ गिरे, कहीं होर्डिंग्स
पोल-तार गिरे, घंटों बिजली गुल
छत्तीसगढ़ संवाददाता
महासमुंद, 4 मई। कल दोपहर बाद तूफ ानी अंधड़ बारिश ने जिला मुख्यालय तथा जिले के अनेक स्थानों में जमकर कहर बरपाया। इस दौरान दर्जनों पेड़ धराशाही हो गए।
खबर है कि जिले में लगभग 30 स्थानों पर बिजली तार तथा पोल गिर गए। इससे लगभग 4 घंटे तक शहर के अलावा जिले में ब्लैक आउट की स्थिति रही। जिला मुख्यालय में कुछ स्थानों पर विद्युत व्यवस्था रात 8 बजे के आसपास बहाल हुई। लेकिन ग्रामीण अंचल में रात भर बिजली की आंखमिचौली चलती रही। हालांकि कल भी शहर में अंधड़ बारिश की वजह से जनजीवन अस्त-व्यस्त रहा। मौसम विभाग के अनुसार 5 मई तक यहीं स्थिति निर्मित होगी। लिहाजा महासमुंद जिले को आरेंज तथा येलो अलर्ट में रखा है।
चूंकि आज भी देर रात मौसम खराब होने की संभावना बनी हुई है। आज भी सुबह से बादलों का समूह आसमान में मौजूद है। हालांकि धूप निकली हुई है फिर भी सुबह से ही तेज उमस का अहसास है। कल भी कमोबेश यही स्थिति थी जो शाम 4 बजे के आसपास अचानक उत्तरी हवाओं के साथ तूफ ान में तब्दील हो गई। शाम 4.15 से शुरू हुआ तूफ ान बारिश के साथ शाम 6.15 बजे तक जारी रहा। इस बीच जिला मुख्यालय कलेक्टोरेट मार्ग के वन विभाग कार्यालय के पास आज एक विशालकाय पेड़ विद्युततारों के गुच्छों पर गिर गया। इससे बीटीआई मार्ग, हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी, परसकोल, मचेवा, रमनटोला सहित दर्जनभर ग्रामों की विद्युत व्यवस्था ठप हो गई। तार पर गिरे विशालकाय पेड़ को हटाने के लिए जेसीबी और क्रेन के साथ विद्युत अमला स्पाट पर जुटा रहा।
खबर मिली है कि महासमुंद ग्रामीण के 6 सब स्टेशनों आमाकोनी, खट्टी, खैरा, मचेवा, परसठ्ठी, मुढ़ेना में रात भर बिजली बंद रही। महासमुंद शहर के 2 से 3 फ ीडर बंद रहे। जिन्हें धीरे-धीरे सुधार कर विभाग ने देर रात ठीक किया। जिले के बसना, सरायपाली, बागबाहरा तथा कोमाखान में भी अनेक स्थानों पर पेड़ तथा बिजली बोल गिरने की खबर है। पश्चिमी विक्षोभ इस समय दक्षिण पंजाब, उत्तरी राजस्थान और पश्चिम हरियाणा के ऊपर 5.8 से 7.6 किलोमीटर ऊंचाई तक चक्रवाती परिसंचरण के रूप में सक्रिय है। इसके साथ ही एक परिसंचरण दीपका पंजाब के ऊपर तक फैला है और हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश, विदर्भ, मराठवाड़ा और कर्नाटक से होकर गुजर रही है। साथ ही एक अन्य पूर्व-पश्चिम द्रोणिका उत्तर-पूर्व राजस्थान से लेकर बांग्लादेश तक विस्तृत है, जो उत्तर मध्य प्रदेश, उत्तर छत्तीसगढ़, झारखंड और गंगीय पश्चिम बंगाल से होकर गुजर रही है। फलस्वरूप अंधड़ बारिश हो रही है।
महासमुंद जिले में आज भी 4 मई को तेज आंधी और तूफान के साथ बारिश की संभावना है। मौसम विभाग ने प्रदेश के 26 जिलों के लिए ऑरेंज और येलो अलर्ट जारी किया है जिसमें महासमुंद भी शामिल है। कहा गया है कि इन जिलों से आज 4 और कल 5 मई को भी 50-60 किमी की रफ्तार से और गरज-चमक के साथ बारिश होने और ओले गिरने की संभावना है।
इन दिनों शहर सहित अंचल में शादियों का बंपर दौर चल रहा है। कल भी शहर में अनेक स्थानों पर शादी के रिसेप्शन चल रहे थे। कहीं-कहीं धार्मिक आयोजन के लिए भोजन आदि तैयार किये जा रहे थे। लेकिन तेज अंधड़-बारिश की वजह से कार्यक्रम निर्धारित समय से काफ ी विलंब से शुरू हो सका। धार्मिक आयोजन जैसे भागवत तथा सार्वजनिक सामाजिक कार्यक्रमों में आयोजकों को काफ ी नुकसान का सामना करना पड़ा।
आज मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि शाम को हवा की रफ्तार 50 से 60 किलोमीटर प्रति घंटा तक हो सकती है जो कल 5 मई तक अस्थिर रहेगा। अगले तीन दिनों में अधिकतम तापमान में कोई विशेष परिवर्तन नहीं होने का अनुमान है। कल शाम से देर रात तक जिले में कई स्थानों पर पेड़ गिरने के साथ-साथ होल्डिंग्स आदि के भी गिरने की खबरें मिली है। हालांकि इससे किसी प्रकार की जनहानि नहीं हुई है। लेकिन एक दो वाहनों के क्षतिग्रस्त होने की जानकारी है।
कल सरायपाली में तेज हवा के कारण जय स्तंभ चौक के पास मदरसा निजामिया के सामने एक पेड़ गिरने के कारण काफी देर तक यातायात भी बाधित रहा। अंतत: जेसीबी की मदद से पेड़ को हटाया गया। वही शहर के वार्ड क्रमांक 6 में बनिया पारा गली के पास एक बड़ा टीन का शेड उड़ गया। इससे भी किसी को किसी प्रकार का नुकसान नहीं पहुंचा है। यहां सरायपाली में सबसे अधिक नुकसान शहर के दैनिक सब्जी बाजार को पहुंचा है।
यहां लगभग सभी गुमटियां पूरी तरह से तहस-नहस हो गई हैं। बाजार को पुन: व्यवस्थित करने में व्यवसाईयों को काफी मशक्कत उठानी पड़ रही है। यहां ग्रामीण क्षेत्र में भी कई जगह पेड़ टूट कर सडक़ में गिर गए। अलावा कई जगहों के टीन शेड भी उड़ गए। घंटों बिजली बधित रही।
पोल-तार गिरे, घंटों बिजली गुल
छत्तीसगढ़ संवाददाता
महासमुंद, 4 मई। कल दोपहर बाद तूफ ानी अंधड़ बारिश ने जिला मुख्यालय तथा जिले के अनेक स्थानों में जमकर कहर बरपाया। इस दौरान दर्जनों पेड़ धराशाही हो गए।
खबर है कि जिले में लगभग 30 स्थानों पर बिजली तार तथा पोल गिर गए। इससे लगभग 4 घंटे तक शहर के अलावा जिले में ब्लैक आउट की स्थिति रही। जिला मुख्यालय में कुछ स्थानों पर विद्युत व्यवस्था रात 8 बजे के आसपास बहाल हुई। लेकिन ग्रामीण अंचल में रात भर बिजली की आंखमिचौली चलती रही। हालांकि कल भी शहर में अंधड़ बारिश की वजह से जनजीवन अस्त-व्यस्त रहा। मौसम विभाग के अनुसार 5 मई तक यहीं स्थिति निर्मित होगी। लिहाजा महासमुंद जिले को आरेंज तथा येलो अलर्ट में रखा है।
चूंकि आज भी देर रात मौसम खराब होने की संभावना बनी हुई है। आज भी सुबह से बादलों का समूह आसमान में मौजूद है। हालांकि धूप निकली हुई है फिर भी सुबह से ही तेज उमस का अहसास है। कल भी कमोबेश यही स्थिति थी जो शाम 4 बजे के आसपास अचानक उत्तरी हवाओं के साथ तूफ ान में तब्दील हो गई। शाम 4.15 से शुरू हुआ तूफ ान बारिश के साथ शाम 6.15 बजे तक जारी रहा। इस बीच जिला मुख्यालय कलेक्टोरेट मार्ग के वन विभाग कार्यालय के पास आज एक विशालकाय पेड़ विद्युततारों के गुच्छों पर गिर गया। इससे बीटीआई मार्ग, हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी, परसकोल, मचेवा, रमनटोला सहित दर्जनभर ग्रामों की विद्युत व्यवस्था ठप हो गई। तार पर गिरे विशालकाय पेड़ को हटाने के लिए जेसीबी और क्रेन के साथ विद्युत अमला स्पाट पर जुटा रहा।
खबर मिली है कि महासमुंद ग्रामीण के 6 सब स्टेशनों आमाकोनी, खट्टी, खैरा, मचेवा, परसठ्ठी, मुढ़ेना में रात भर बिजली बंद रही। महासमुंद शहर के 2 से 3 फ ीडर बंद रहे। जिन्हें धीरे-धीरे सुधार कर विभाग ने देर रात ठीक किया। जिले के बसना, सरायपाली, बागबाहरा तथा कोमाखान में भी अनेक स्थानों पर पेड़ तथा बिजली बोल गिरने की खबर है। पश्चिमी विक्षोभ इस समय दक्षिण पंजाब, उत्तरी राजस्थान और पश्चिम हरियाणा के ऊपर 5.8 से 7.6 किलोमीटर ऊंचाई तक चक्रवाती परिसंचरण के रूप में सक्रिय है। इसके साथ ही एक परिसंचरण दीपका पंजाब के ऊपर तक फैला है और हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश, विदर्भ, मराठवाड़ा और कर्नाटक से होकर गुजर रही है। साथ ही एक अन्य पूर्व-पश्चिम द्रोणिका उत्तर-पूर्व राजस्थान से लेकर बांग्लादेश तक विस्तृत है, जो उत्तर मध्य प्रदेश, उत्तर छत्तीसगढ़, झारखंड और गंगीय पश्चिम बंगाल से होकर गुजर रही है। फलस्वरूप अंधड़ बारिश हो रही है।
महासमुंद जिले में आज भी 4 मई को तेज आंधी और तूफान के साथ बारिश की संभावना है। मौसम विभाग ने प्रदेश के 26 जिलों के लिए ऑरेंज और येलो अलर्ट जारी किया है जिसमें महासमुंद भी शामिल है। कहा गया है कि इन जिलों से आज 4 और कल 5 मई को भी 50-60 किमी की रफ्तार से और गरज-चमक के साथ बारिश होने और ओले गिरने की संभावना है।
इन दिनों शहर सहित अंचल में शादियों का बंपर दौर चल रहा है। कल भी शहर में अनेक स्थानों पर शादी के रिसेप्शन चल रहे थे। कहीं-कहीं धार्मिक आयोजन के लिए भोजन आदि तैयार किये जा रहे थे। लेकिन तेज अंधड़-बारिश की वजह से कार्यक्रम निर्धारित समय से काफ ी विलंब से शुरू हो सका। धार्मिक आयोजन जैसे भागवत तथा सार्वजनिक सामाजिक कार्यक्रमों में आयोजकों को काफ ी नुकसान का सामना करना पड़ा।
आज मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि शाम को हवा की रफ्तार 50 से 60 किलोमीटर प्रति घंटा तक हो सकती है जो कल 5 मई तक अस्थिर रहेगा। अगले तीन दिनों में अधिकतम तापमान में कोई विशेष परिवर्तन नहीं होने का अनुमान है। कल शाम से देर रात तक जिले में कई स्थानों पर पेड़ गिरने के साथ-साथ होल्डिंग्स आदि के भी गिरने की खबरें मिली है। हालांकि इससे किसी प्रकार की जनहानि नहीं हुई है। लेकिन एक दो वाहनों के क्षतिग्रस्त होने की जानकारी है।
कल सरायपाली में तेज हवा के कारण जय स्तंभ चौक के पास मदरसा निजामिया के सामने एक पेड़ गिरने के कारण काफी देर तक यातायात भी बाधित रहा। अंतत: जेसीबी की मदद से पेड़ को हटाया गया। वही शहर के वार्ड क्रमांक 6 में बनिया पारा गली के पास एक बड़ा टीन का शेड उड़ गया। इससे भी किसी को किसी प्रकार का नुकसान नहीं पहुंचा है। यहां सरायपाली में सबसे अधिक नुकसान शहर के दैनिक सब्जी बाजार को पहुंचा है।
यहां लगभग सभी गुमटियां पूरी तरह से तहस-नहस हो गई हैं। बाजार को पुन: व्यवस्थित करने में व्यवसाईयों को काफी मशक्कत उठानी पड़ रही है। यहां ग्रामीण क्षेत्र में भी कई जगह पेड़ टूट कर सडक़ में गिर गए। अलावा कई जगहों के टीन शेड भी उड़ गए। घंटों बिजली बधित रही।