आगर मालवा में डायल-112 सेवा शुरू:पुलिस, एम्बुलेंस, फायर और महिला हेल्पलाइन की सेवाएं अब एक नंबर पर

आपातकालीन सेवाओं को और अधिक प्रभावी बनाने के उद्देश्य से मंगलवार को आगर जिले में फर्स्ट रिस्पॉन्स व्हीकल (FRV) सेवा की शुरुआत की गई। कलेक्टर राघवेंद्र सिंह और एसपी विनोद कुमार सिंह ने हरी झंडी दिखाकर 7 गाड़ियों को रवाना किया। ये वाहन सायरन बजाते हुए शहर की सड़कों से गुजरे और बैजनाथ महादेव मंदिर पहुंचकर उनका विधि-विधान से पूजन किया गया। इस नई सेवा के साथ ही अब पुरानी डायल-100 सेवा की जगह डायल-112 को एक स्मार्ट, एकीकृत और बहु-एजेंसी आपातकालीन प्रतिक्रिया सेवा के रूप में स्थापित किया गया है। इसका सबसे बड़ा फायदा यह है कि अब पुलिस (100), एंबुलेंस (108), अग्निशमन (101), महिला हेल्पलाइन (1090), साइबर क्राइम (1930), हाईवे एक्सीडेंट रिस्पांस (1099), प्राकृतिक आपदा (1079) और महिला-चाइल्ड हेल्पलाइन (181, 1098) जैसी सभी सेवाएं केवल एक ही नंबर 112 पर मिलेंगी। इन वाहनों को नई तकनीक से लैस किया गया है, जिनमें डेटा एनालिटिक्स और रियल-टाइम लोकेशन ट्रैकिंग की सुविधा उपलब्ध है। जिले को मिली गाड़ियों में महिंद्रा कंपनी की बोलेरो नियो और स्कॉर्पियो शामिल हैं, जबकि पहले डायल-100 के लिए सफारी का उपयोग होता था। एसपी विनोद कुमार सिंह ने बताया कि इस सेवा के तहत पुलिस दल 15 से 20 मिनट के भीतर ही आपात स्थिति में सहायता पहुंचाएंगे, जिससे लोगों को समय पर मदद मिल सकेगी। इस सेवा की राज्यस्तरीय शुरुआत मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने पिछले गुरुवार को भोपाल से की थी।

आगर मालवा में डायल-112 सेवा शुरू:पुलिस, एम्बुलेंस, फायर और महिला हेल्पलाइन की सेवाएं अब एक नंबर पर
आपातकालीन सेवाओं को और अधिक प्रभावी बनाने के उद्देश्य से मंगलवार को आगर जिले में फर्स्ट रिस्पॉन्स व्हीकल (FRV) सेवा की शुरुआत की गई। कलेक्टर राघवेंद्र सिंह और एसपी विनोद कुमार सिंह ने हरी झंडी दिखाकर 7 गाड़ियों को रवाना किया। ये वाहन सायरन बजाते हुए शहर की सड़कों से गुजरे और बैजनाथ महादेव मंदिर पहुंचकर उनका विधि-विधान से पूजन किया गया। इस नई सेवा के साथ ही अब पुरानी डायल-100 सेवा की जगह डायल-112 को एक स्मार्ट, एकीकृत और बहु-एजेंसी आपातकालीन प्रतिक्रिया सेवा के रूप में स्थापित किया गया है। इसका सबसे बड़ा फायदा यह है कि अब पुलिस (100), एंबुलेंस (108), अग्निशमन (101), महिला हेल्पलाइन (1090), साइबर क्राइम (1930), हाईवे एक्सीडेंट रिस्पांस (1099), प्राकृतिक आपदा (1079) और महिला-चाइल्ड हेल्पलाइन (181, 1098) जैसी सभी सेवाएं केवल एक ही नंबर 112 पर मिलेंगी। इन वाहनों को नई तकनीक से लैस किया गया है, जिनमें डेटा एनालिटिक्स और रियल-टाइम लोकेशन ट्रैकिंग की सुविधा उपलब्ध है। जिले को मिली गाड़ियों में महिंद्रा कंपनी की बोलेरो नियो और स्कॉर्पियो शामिल हैं, जबकि पहले डायल-100 के लिए सफारी का उपयोग होता था। एसपी विनोद कुमार सिंह ने बताया कि इस सेवा के तहत पुलिस दल 15 से 20 मिनट के भीतर ही आपात स्थिति में सहायता पहुंचाएंगे, जिससे लोगों को समय पर मदद मिल सकेगी। इस सेवा की राज्यस्तरीय शुरुआत मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने पिछले गुरुवार को भोपाल से की थी।