किसानों की आजीविका और कृषिजन्य आय बढ़ाने एनएमडीसी के निरंतर प्रयास

पांच हजार से अधिक फलदार पौधे वितरित बस्तर, 29 अगस्त। एनएमडीसी ने बताया कि अपनी कॉरपोरेट सामाजिक जिम्मेदारी (सीएसआर) पहल के तहत दंतेवाड़ा के किसानों की सतत आजीविका और कृषिजन्य आय को बढ़ाने के उद्देश्य से ग्रामीण किसानों को पांच हजार से अधिक फलदार पौधे वितरित किए। कार्यक्रम के प्रथम चरण में दंतेवाड़ा के नौ गांवों के 126 किसानों को नारियल, आम, लीची और अन्य घरेलू किस्मों के फलदार पौधे प्रदान किए गए। उद्देश्य है कि किसान परिवार ऐसे बगीचे तैयार करें, जो उनकी दीर्घकालिक आय देने वाली संपत्ति बन सकें। एनएमडीसी ने बताया कि एनएमडीसी की यह पहल उस व्यापक ग्रामीण विकास कार्यक्रम का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य हरित क्षेत्र, खाद्य सुरक्षा और आर्थिक सुदृढ़ता को एक साथ बढ़ावा देना है। एनएमडीसी का लक्ष्य है- छोटे और सीमांत किसानों को फलदार पौधे प्रदान कर उनके लिए स्थायी रुप से एक पूरक आय का स्त्रोत तैयार करना, पौष्टिकता बढ़ाना और कृषि अर्थव्यवस्था को सशक्त और मजबूत बनाना। एनएमडीसी ने बताया कि कार्यक्रम की प्रमुख विशेषताएं- कार्यक्रम के तहत इस वर्ष5,000 से अधिक फलदार पौधे वितरित किए गए। चालू फेज में 9 गांवों के 126 किसानों को सहायता प्रदान की गई। वितरित पौधों में नारियल, आम, लीची और अन्य स्थानीय रुप से उपयुक्त फलदार वृक्ष शामिल हैं।

किसानों की आजीविका और कृषिजन्य आय बढ़ाने एनएमडीसी के निरंतर प्रयास
पांच हजार से अधिक फलदार पौधे वितरित बस्तर, 29 अगस्त। एनएमडीसी ने बताया कि अपनी कॉरपोरेट सामाजिक जिम्मेदारी (सीएसआर) पहल के तहत दंतेवाड़ा के किसानों की सतत आजीविका और कृषिजन्य आय को बढ़ाने के उद्देश्य से ग्रामीण किसानों को पांच हजार से अधिक फलदार पौधे वितरित किए। कार्यक्रम के प्रथम चरण में दंतेवाड़ा के नौ गांवों के 126 किसानों को नारियल, आम, लीची और अन्य घरेलू किस्मों के फलदार पौधे प्रदान किए गए। उद्देश्य है कि किसान परिवार ऐसे बगीचे तैयार करें, जो उनकी दीर्घकालिक आय देने वाली संपत्ति बन सकें। एनएमडीसी ने बताया कि एनएमडीसी की यह पहल उस व्यापक ग्रामीण विकास कार्यक्रम का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य हरित क्षेत्र, खाद्य सुरक्षा और आर्थिक सुदृढ़ता को एक साथ बढ़ावा देना है। एनएमडीसी का लक्ष्य है- छोटे और सीमांत किसानों को फलदार पौधे प्रदान कर उनके लिए स्थायी रुप से एक पूरक आय का स्त्रोत तैयार करना, पौष्टिकता बढ़ाना और कृषि अर्थव्यवस्था को सशक्त और मजबूत बनाना। एनएमडीसी ने बताया कि कार्यक्रम की प्रमुख विशेषताएं- कार्यक्रम के तहत इस वर्ष5,000 से अधिक फलदार पौधे वितरित किए गए। चालू फेज में 9 गांवों के 126 किसानों को सहायता प्रदान की गई। वितरित पौधों में नारियल, आम, लीची और अन्य स्थानीय रुप से उपयुक्त फलदार वृक्ष शामिल हैं।