दीवाली को देखते हुए निगम ने 94 कचरा वाहन बढ़ाए:इंदौर में सामान्य दिनों में रोजाना 1200 टन कचरा निकलता है, दीपावली पर बढ़ जाती है मात्रा

इंदौर शहर में हर साल दीपावली की सफाई के दौरान सूखे कचरे की मात्रा बढ़ जाती है। सामान्य दिनों में हर रोज लगभग 1200 टन कचरा निकलता है, लेकिन आने वाले 25 दिनों तक यह मात्रा 1500 टन तक पहुंचने का अनुमान है। इसके लिए नगर निगम ने 94 कचरा वाहन बढ़ाए हैं, ताकि शहर से कचरा समय पर उठे और कोई शिकायत नहीं मिले। महापौर ने दिए निर्देश इसके लिए महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने निर्देश दिए हैं कि शहर की सफाई और कचरा उठाने में अव्यवस्था नहीं हो। समय पर कचरा उठाया जाए। इसके लिए यदि और ज्यादा संसाधन लगाने पड़े तो लगाए जाएंगे। आवासीय क्षेत्र और बाजारों में हुआ फायदा नगर निगम शहर में हर दिन लगभग 500 वाहनों से कचरा कलेक्शन करता है। दीपावली पर होने वाली सफाई के दौरान लोगों के घरों से बड़ी संख्या में कबाड़ निकलता है। जिसमें जूते, कपड़े, प्लास्टिक, बिस्तर, कागज, लकड़ी सहित अन्य अनुपयोगी समान होता है। बाजारों से भी कचरे की मात्रा दोगुनी हो जाती है। अपर आयुक्त अभिलाष मिश्रा ने आवासीय क्षेत्र की डोर टू डोर कचरा कलेक्शन गाड़ियों की संख्या बढ़ा दी है। इससे कचरा कलेक्शन आसान हुआ है। वहीं बाजारों में ओपन गाड़ियां लगाई गई है। इससे दो से तीन बार गाड़ी कचरा कलेक्शन के लिए पहुंच रही है।

दीवाली को देखते हुए निगम ने 94 कचरा वाहन बढ़ाए:इंदौर में सामान्य दिनों में रोजाना 1200 टन कचरा निकलता है, दीपावली पर बढ़ जाती है मात्रा
इंदौर शहर में हर साल दीपावली की सफाई के दौरान सूखे कचरे की मात्रा बढ़ जाती है। सामान्य दिनों में हर रोज लगभग 1200 टन कचरा निकलता है, लेकिन आने वाले 25 दिनों तक यह मात्रा 1500 टन तक पहुंचने का अनुमान है। इसके लिए नगर निगम ने 94 कचरा वाहन बढ़ाए हैं, ताकि शहर से कचरा समय पर उठे और कोई शिकायत नहीं मिले। महापौर ने दिए निर्देश इसके लिए महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने निर्देश दिए हैं कि शहर की सफाई और कचरा उठाने में अव्यवस्था नहीं हो। समय पर कचरा उठाया जाए। इसके लिए यदि और ज्यादा संसाधन लगाने पड़े तो लगाए जाएंगे। आवासीय क्षेत्र और बाजारों में हुआ फायदा नगर निगम शहर में हर दिन लगभग 500 वाहनों से कचरा कलेक्शन करता है। दीपावली पर होने वाली सफाई के दौरान लोगों के घरों से बड़ी संख्या में कबाड़ निकलता है। जिसमें जूते, कपड़े, प्लास्टिक, बिस्तर, कागज, लकड़ी सहित अन्य अनुपयोगी समान होता है। बाजारों से भी कचरे की मात्रा दोगुनी हो जाती है। अपर आयुक्त अभिलाष मिश्रा ने आवासीय क्षेत्र की डोर टू डोर कचरा कलेक्शन गाड़ियों की संख्या बढ़ा दी है। इससे कचरा कलेक्शन आसान हुआ है। वहीं बाजारों में ओपन गाड़ियां लगाई गई है। इससे दो से तीन बार गाड़ी कचरा कलेक्शन के लिए पहुंच रही है।