2024 में एशिया-प्रशांत क्षेत्र में भारत ही रहेगा सबसे तेजी से बढ़ती हुई अर्थव्यवस्था : मूडीज

नई दिल्ली, 14 जून । भारत 2024 में एशिया-प्रशांत क्षेत्र की सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था बनी रहेगी। ग्लोबल रेटिंग एजेंसी मूडीज की ओर से ताजा रिपोर्ट में ये दावा किया गया है। रेटिंग एजेंसी का कहना है कि घरेलू स्तर पर मांग बनी रहने, नीतियों में निरंतरता जारी रहने, इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास और निजी सेक्टर के निवेश को प्रोत्साहन मिलना अर्थव्यवस्था में तेजी की वजह है। क्रेडिट कंडीशंन्स- एशिया-पैसिफिक एच2 2024 क्रेडिट आउटलुक रिपोर्ट हाल में जारी की गई थी। इसमें मूडीज ने कहा कि 2024 की पहली छमाही में इंडोनेशिया, फिलीपींस और भारत वृद्धि दर में अग्रणी रहेंगे। मूडीज का कहना है कि कॉरपोरेट आय अच्छी होने के कारण भारत और आसियान अर्थव्यवस्थाओं में अधिक पोर्टफोलियो निवेश आएगा। मई में मूडीज ने अनुमान जताया था कि भारतीय अर्थव्यवस्था चालू कैलेंडर वर्ष में 6.8 प्रतिशत की दर से बढ़ सकती है। वहीं, 2025 में यह दर 6.5 प्रतिशत रह सकती है। इसकी वजह लोकसभा चुनाव के बाद नीतियों में निरंतरता जारी रहना है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, भारत की रियल जीडीपी ग्रोथ वित्त वर्ष 2023-24 में 8.2 प्रतिशत रही है, जबकि दुनिया में सबसे तेज थी। आरबीआई की ओर से जीडीपी विकास दर का अनुमान बढ़ाकर 7.2 प्रतिशत कर दिया है, जो कि पहले 7 प्रतिशत था। केंद्रीय बैंक द्वारा जीडीपी वृद्धि अनुमान बढ़ाने की वजह सामान्य से अच्छा मानसून होना है। -(आईएएनएस)

2024 में एशिया-प्रशांत क्षेत्र में भारत ही रहेगा सबसे तेजी से बढ़ती हुई अर्थव्यवस्था : मूडीज
नई दिल्ली, 14 जून । भारत 2024 में एशिया-प्रशांत क्षेत्र की सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था बनी रहेगी। ग्लोबल रेटिंग एजेंसी मूडीज की ओर से ताजा रिपोर्ट में ये दावा किया गया है। रेटिंग एजेंसी का कहना है कि घरेलू स्तर पर मांग बनी रहने, नीतियों में निरंतरता जारी रहने, इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास और निजी सेक्टर के निवेश को प्रोत्साहन मिलना अर्थव्यवस्था में तेजी की वजह है। क्रेडिट कंडीशंन्स- एशिया-पैसिफिक एच2 2024 क्रेडिट आउटलुक रिपोर्ट हाल में जारी की गई थी। इसमें मूडीज ने कहा कि 2024 की पहली छमाही में इंडोनेशिया, फिलीपींस और भारत वृद्धि दर में अग्रणी रहेंगे। मूडीज का कहना है कि कॉरपोरेट आय अच्छी होने के कारण भारत और आसियान अर्थव्यवस्थाओं में अधिक पोर्टफोलियो निवेश आएगा। मई में मूडीज ने अनुमान जताया था कि भारतीय अर्थव्यवस्था चालू कैलेंडर वर्ष में 6.8 प्रतिशत की दर से बढ़ सकती है। वहीं, 2025 में यह दर 6.5 प्रतिशत रह सकती है। इसकी वजह लोकसभा चुनाव के बाद नीतियों में निरंतरता जारी रहना है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, भारत की रियल जीडीपी ग्रोथ वित्त वर्ष 2023-24 में 8.2 प्रतिशत रही है, जबकि दुनिया में सबसे तेज थी। आरबीआई की ओर से जीडीपी विकास दर का अनुमान बढ़ाकर 7.2 प्रतिशत कर दिया है, जो कि पहले 7 प्रतिशत था। केंद्रीय बैंक द्वारा जीडीपी वृद्धि अनुमान बढ़ाने की वजह सामान्य से अच्छा मानसून होना है। -(आईएएनएस)