अनुभवात्मक शिक्षण से बदलेगी शिक्षा की दिशा:भोपाल के पीएम श्री केंद्रीय विद्यालय में प्रेरणा कार्यशाला, छात्रों ने सीखी रचनात्मक गतिविधियां

भोपाल के पीएम श्री केंद्रीय विद्यालय क्रमांक-1 में नई शिक्षा नीति के तहत अनुभवात्मक शिक्षण को बढ़ावा देने के लिए 'प्रेरणा' कार्यशाला का आयोजन किया गया। विद्यालय के प्राचार्य गौरव द्विवेदी की देखरेख में आयोजित इस कार्यशाला में केंद्रीय विद्यालय क्रमांक-2 के अंग्रेजी शिक्षक अशोक कुमार शर्मा ने प्रशिक्षक की भूमिका निभाई। शिक्षा मंत्रालय द्वारा चयनित और आईआईटी अहमदाबाद में विशेष प्रशिक्षण प्राप्त शर्मा ने कक्षा नवीं के विद्यार्थियों को 'बेस्ट फॉर्म वेस्ट' थीम पर रचनात्मक कार्य सिखाए। कार्यशाला में छात्रों ने बिगुल बनाने के साथ-साथ कागज से विभिन्न आकृतियां बनाना सीखा और संस्कृत गीतों का गायन भी किया। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य सीखने-सिखाने की प्रक्रिया को रोचक और मनोरंजक बनाते हुए विद्यार्थियों के दैनिक जीवन के अनुभवों को शिक्षा से जोड़ना था। विद्यालय के उप प्राचार्य मनीष गुप्ता ने बताया कि नई शिक्षा नीति के अंतर्गत स्किल और व्यवसायिक शिक्षा को बढ़ावा देने में 'प्रेरणा' कार्यक्रम महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। यह कार्यक्रम बच्चों में नैतिक और सामाजिक मूल्यों के विकास में भी सहायक है। कार्यक्रम के दौरान प्रशिक्षक अशोक शर्मा ने प्रेरणा स्कूल बड़ौत के अनुभव भी साझा किए।

अनुभवात्मक शिक्षण से बदलेगी शिक्षा की दिशा:भोपाल के पीएम श्री केंद्रीय विद्यालय में प्रेरणा कार्यशाला, छात्रों ने सीखी रचनात्मक गतिविधियां
भोपाल के पीएम श्री केंद्रीय विद्यालय क्रमांक-1 में नई शिक्षा नीति के तहत अनुभवात्मक शिक्षण को बढ़ावा देने के लिए 'प्रेरणा' कार्यशाला का आयोजन किया गया। विद्यालय के प्राचार्य गौरव द्विवेदी की देखरेख में आयोजित इस कार्यशाला में केंद्रीय विद्यालय क्रमांक-2 के अंग्रेजी शिक्षक अशोक कुमार शर्मा ने प्रशिक्षक की भूमिका निभाई। शिक्षा मंत्रालय द्वारा चयनित और आईआईटी अहमदाबाद में विशेष प्रशिक्षण प्राप्त शर्मा ने कक्षा नवीं के विद्यार्थियों को 'बेस्ट फॉर्म वेस्ट' थीम पर रचनात्मक कार्य सिखाए। कार्यशाला में छात्रों ने बिगुल बनाने के साथ-साथ कागज से विभिन्न आकृतियां बनाना सीखा और संस्कृत गीतों का गायन भी किया। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य सीखने-सिखाने की प्रक्रिया को रोचक और मनोरंजक बनाते हुए विद्यार्थियों के दैनिक जीवन के अनुभवों को शिक्षा से जोड़ना था। विद्यालय के उप प्राचार्य मनीष गुप्ता ने बताया कि नई शिक्षा नीति के अंतर्गत स्किल और व्यवसायिक शिक्षा को बढ़ावा देने में 'प्रेरणा' कार्यक्रम महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। यह कार्यक्रम बच्चों में नैतिक और सामाजिक मूल्यों के विकास में भी सहायक है। कार्यक्रम के दौरान प्रशिक्षक अशोक शर्मा ने प्रेरणा स्कूल बड़ौत के अनुभव भी साझा किए।