किसान क्रेडिट कार्ड: 4 लाख बनाने का है टारगेट, जिले में मात्र 11 हजार किसानों ने किया आवेदन
किसान क्रेडिट कार्ड: 4 लाख बनाने का है टारगेट, जिले में मात्र 11 हजार किसानों ने किया आवेदन
छत्तीसगढ़ संवाददाता
बेमेतरा, 22 फरवरी। कृषक पंजीयन डिजिटल पब्लिक इन्फ्रास्ट्रक्चर के जरीए 4 लाख से अधिक खातेदार किसान का पंजीयन किया जान है। पंजीयन के प्रारंभिक दौर में जिले के 11 हजार किसानों ने पंजीयन करवाया है। जिसमे से 537 किसानों को कार्ड जारी किया गया है। आंकड़ों का डिजिटलीकरण कर प्रत्येक खाता धारक किसान का एक कार्ड बनाया जाना है, जिससे किसान अपने कार्ड के नंबर से अनुदान, बीमा, और विभिन्न सहायता योजनाओं का लाभ ले सकेंगे।
जिले के 702 राजस्व ग्राम व 6 वीरान ग्राम समेत 708 गांव में 186932 किसान हैं। इनमें बेमेतरा ब्लाक में 30558 छोटे किसान 9740 मध्यम वर्ग के किसान, 7313 बडे किसान समेत 47611 किसान हैं। इसी तरह साजा ब्लाक में 21067 छोटे, 10036 मध्यम एवं 8332 बड़े किसान मिलाकर 39425 किसान है। बेरला ब्लाक में 29065 छोटे किसान, 10328 मध्यम वर्ग के किसान एवं 7341 बड़े किसान मिलाकर 46725 किसान है। इसी तरह नवागढ़ में 53171 किसान है जिसमें 36465 छोटे किसान, 9551 मध्यम वर्ग के किसान एवं 7155 बड़े किसान शामिल हैं। जिनके पास करीब 4 लाख से अधिक खाता है। योजना के तहत प्रत्येक खाता व संयुक्त खाता वाले प्रत्येक खाताधारक किसान का किसान कार्ड बनाया जाना है।
11133 किसानों ने पंजीयन कराया, 537 का कार्ड बना
जिले के सभी 10 तहसील के किसान ने किसान कार्ड के लिए सीएससी एवं ऐप से आवेदन देना प्रारंभ कर दिया है। जिले के 11133 किसानों ने पंजीयन कराया है जिसमें नवागढ़ तहसील में 1249 किसान, बेमेतरा में 873 किसान, साजा में 1251 किसान, थानखहरिया में 2427 किसान ,बेरला में 1604 किसान, नांदधा में 712 किसान, देवकर में 978 किसान, भिभौरी में 536 किसान एवं दाढ़ी में 1503 किसान ने ऑनलाइन आवेदन कर पंजीयन की प्रक्रिया प्रारंभ कराया है। आनलाइन पंजीयन के लिए आवेदन जमा करने वाले 11133 किसान में से 537 किसानों का कार्ड बना है। जिले के नवागढ़ के 83 किसान, बेमेतरा के 102 किसान, साजा के 61 थानखहरिया के 32 किसान , बेरला के 56 किसान, नांदघाट के 57 किसान, देवकर के 27 किसान भिंभौरी के 10 किसान एवं दाढ़ी तहसील के 109 किसानों को कार्ड बन गया है। बताया गया कि जिले में संभावित रूप से 4 लाख किसान कार्ड जारी फसल सीजन यानी करीब 100 दिन के दौरान बनाए जाने का लक्ष्य तय हुआ है । चुनावी गतिविधियों की वजह से जिले में अभी किसान कार्ड बनाने का काम जोर नही पकड़ पाया है। आने वाले 15 तारीख तक चुनाव की प्रक्रिया पूर्ण होने के बाद जोर पकडऩे की संभावना है।
योजनाओं का लाभ मिलेगा सभी किसानों को, बनवाना जरूरी
पंजीकृत किसानों को केंद्र और राज्य सरकार के किसान क्रेडिट कार्ड केसीसी ऋण, खाद-बीज वितरण, फसल बीमा और पीएम किसान समान निधि का लाभ मिल सकेंगा। किसानों के पास आधार कार्ड की तरह किसान कार्ड होगा जो किसान की अपनी पहचान होगी । उप संचालक कृषि एमडी डरसेना ने जानकारी देते हुए बताया कि कृषक पंजीयन से न केवल पारदर्शिता बढ़ेगी, बल्कि यह कृषि नीति निर्माण, संसाधन आवंटन और योजनाओं के सुचारू क्रियान्वयन में भी सहायक सिद्ध होगी। इस प्रक्रिया के तहत कृषक की पहचान को भूमि स्वामित्व से जोड़ा जाएगा, जिससे उनकी पात्रता की पुष्टि सुनिश्चित की जा सकेगी।
जिले में 186932 किसान बनवाते हैं केसीसी
किसान क्रेडिट कार्ड योजना के तहत जिल में खरीफ सीजन के दौरान 18932 किसान केसीसी कार्ड बनवाते हैं, वहीं लगभग 87468 किसान रबी फसल सीजन के दौरान इस योजना का लाभ लेते हैं। इस खरीफ सीजन के दौरान तैयार किए गिरदावरी रिपोर्ट में 22461 हेक्टेयर में फसल लिया जाता है जिसमे सबसे अधिक रकबा 2063334 हेक्टेक्टेयर में धान, 3652 हेक्टेयर में गन्ना, 2621 हेक्टेयर में तुअर, 2050 हेक्टेयर में सोयाबीन , 1881 हेक्टेयर में टमाटर, 1188 हेक्टेयर में कोदो का फसल ले रहे है।
ई केवाईसी के 15 रूपये खर्च करना होगा, स्वयं किसान कर सकेंगे पंजीयन
किसान स्वयं मोबाइल ऐप के माध्यम से पंजीयन कर सकेंगे। इसके अलावा, कॉमन सर्विस सेंटर और वेबसाइट के जरिए पटवारी भी इस कार्य में सहायता करेंगे। खास बात यह है कि प्रत्येक ई-केवाईसी के लिए 15 रुपए की दर शासन द्वारा सीएससी को दी जाएगी, जिससे किसानों के लिए यह सेवा पूर्णत: नि:शुल्क होगी।
छत्तीसगढ़ संवाददाता
बेमेतरा, 22 फरवरी। कृषक पंजीयन डिजिटल पब्लिक इन्फ्रास्ट्रक्चर के जरीए 4 लाख से अधिक खातेदार किसान का पंजीयन किया जान है। पंजीयन के प्रारंभिक दौर में जिले के 11 हजार किसानों ने पंजीयन करवाया है। जिसमे से 537 किसानों को कार्ड जारी किया गया है। आंकड़ों का डिजिटलीकरण कर प्रत्येक खाता धारक किसान का एक कार्ड बनाया जाना है, जिससे किसान अपने कार्ड के नंबर से अनुदान, बीमा, और विभिन्न सहायता योजनाओं का लाभ ले सकेंगे।
जिले के 702 राजस्व ग्राम व 6 वीरान ग्राम समेत 708 गांव में 186932 किसान हैं। इनमें बेमेतरा ब्लाक में 30558 छोटे किसान 9740 मध्यम वर्ग के किसान, 7313 बडे किसान समेत 47611 किसान हैं। इसी तरह साजा ब्लाक में 21067 छोटे, 10036 मध्यम एवं 8332 बड़े किसान मिलाकर 39425 किसान है। बेरला ब्लाक में 29065 छोटे किसान, 10328 मध्यम वर्ग के किसान एवं 7341 बड़े किसान मिलाकर 46725 किसान है। इसी तरह नवागढ़ में 53171 किसान है जिसमें 36465 छोटे किसान, 9551 मध्यम वर्ग के किसान एवं 7155 बड़े किसान शामिल हैं। जिनके पास करीब 4 लाख से अधिक खाता है। योजना के तहत प्रत्येक खाता व संयुक्त खाता वाले प्रत्येक खाताधारक किसान का किसान कार्ड बनाया जाना है।
11133 किसानों ने पंजीयन कराया, 537 का कार्ड बना
जिले के सभी 10 तहसील के किसान ने किसान कार्ड के लिए सीएससी एवं ऐप से आवेदन देना प्रारंभ कर दिया है। जिले के 11133 किसानों ने पंजीयन कराया है जिसमें नवागढ़ तहसील में 1249 किसान, बेमेतरा में 873 किसान, साजा में 1251 किसान, थानखहरिया में 2427 किसान ,बेरला में 1604 किसान, नांदधा में 712 किसान, देवकर में 978 किसान, भिभौरी में 536 किसान एवं दाढ़ी में 1503 किसान ने ऑनलाइन आवेदन कर पंजीयन की प्रक्रिया प्रारंभ कराया है। आनलाइन पंजीयन के लिए आवेदन जमा करने वाले 11133 किसान में से 537 किसानों का कार्ड बना है। जिले के नवागढ़ के 83 किसान, बेमेतरा के 102 किसान, साजा के 61 थानखहरिया के 32 किसान , बेरला के 56 किसान, नांदघाट के 57 किसान, देवकर के 27 किसान भिंभौरी के 10 किसान एवं दाढ़ी तहसील के 109 किसानों को कार्ड बन गया है। बताया गया कि जिले में संभावित रूप से 4 लाख किसान कार्ड जारी फसल सीजन यानी करीब 100 दिन के दौरान बनाए जाने का लक्ष्य तय हुआ है । चुनावी गतिविधियों की वजह से जिले में अभी किसान कार्ड बनाने का काम जोर नही पकड़ पाया है। आने वाले 15 तारीख तक चुनाव की प्रक्रिया पूर्ण होने के बाद जोर पकडऩे की संभावना है।
योजनाओं का लाभ मिलेगा सभी किसानों को, बनवाना जरूरी
पंजीकृत किसानों को केंद्र और राज्य सरकार के किसान क्रेडिट कार्ड केसीसी ऋण, खाद-बीज वितरण, फसल बीमा और पीएम किसान समान निधि का लाभ मिल सकेंगा। किसानों के पास आधार कार्ड की तरह किसान कार्ड होगा जो किसान की अपनी पहचान होगी । उप संचालक कृषि एमडी डरसेना ने जानकारी देते हुए बताया कि कृषक पंजीयन से न केवल पारदर्शिता बढ़ेगी, बल्कि यह कृषि नीति निर्माण, संसाधन आवंटन और योजनाओं के सुचारू क्रियान्वयन में भी सहायक सिद्ध होगी। इस प्रक्रिया के तहत कृषक की पहचान को भूमि स्वामित्व से जोड़ा जाएगा, जिससे उनकी पात्रता की पुष्टि सुनिश्चित की जा सकेगी।
जिले में 186932 किसान बनवाते हैं केसीसी
किसान क्रेडिट कार्ड योजना के तहत जिल में खरीफ सीजन के दौरान 18932 किसान केसीसी कार्ड बनवाते हैं, वहीं लगभग 87468 किसान रबी फसल सीजन के दौरान इस योजना का लाभ लेते हैं। इस खरीफ सीजन के दौरान तैयार किए गिरदावरी रिपोर्ट में 22461 हेक्टेयर में फसल लिया जाता है जिसमे सबसे अधिक रकबा 2063334 हेक्टेक्टेयर में धान, 3652 हेक्टेयर में गन्ना, 2621 हेक्टेयर में तुअर, 2050 हेक्टेयर में सोयाबीन , 1881 हेक्टेयर में टमाटर, 1188 हेक्टेयर में कोदो का फसल ले रहे है।
ई केवाईसी के 15 रूपये खर्च करना होगा, स्वयं किसान कर सकेंगे पंजीयन
किसान स्वयं मोबाइल ऐप के माध्यम से पंजीयन कर सकेंगे। इसके अलावा, कॉमन सर्विस सेंटर और वेबसाइट के जरिए पटवारी भी इस कार्य में सहायता करेंगे। खास बात यह है कि प्रत्येक ई-केवाईसी के लिए 15 रुपए की दर शासन द्वारा सीएससी को दी जाएगी, जिससे किसानों के लिए यह सेवा पूर्णत: नि:शुल्क होगी।