छत्तीसगढ़ से आए तीन हाथी 50 दिन बाद लौटे:अनूपपुर में 100 से अधिक घरों और खेतों में किया नुकसान, एक बच्चा घायल
छत्तीसगढ़ से आए तीन हाथी 50 दिन बाद लौटे:अनूपपुर में 100 से अधिक घरों और खेतों में किया नुकसान, एक बच्चा घायल
छत्तीसगढ़ के मरवाही क्षेत्र से आए तीन हाथियों का समूह 50 दिन के विचरण के बाद वापस लौट गया है। हाथी शुक्रवार की मध्य रात्रि को अनूपपुर जिले की सीमा पार कर मरवाही क्षेत्र पहुंच गए। इन हाथियों ने जिले में रहते हुए जैतहरी, अनूपपुर और राजेंद्रग्राम इलाकों में विचरण किया। हाथी दिन में जंगलों में विश्राम करते और रात में आसपास के गांवों में पहुंच जाते थे। ये जंगल से लगे इलाकों में 8 से 10 किलोमीटर तक का सफर तय करते थे। हाथियों ने 100 से अधिक घरों, खेतों और बांड़ियों में रखे अनाज को नुकसान पहुंचाया। वापसी के दौरान देवगवा गांव में एक घर की तोड़फोड़ में 7 वर्षीय बच्चे रुद्र के हाथ और पैर में चोट आई। घायल बच्चे को वन विभाग के अधिकारियों ने मरवाही के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया। वन विभाग की गश्ती टीम की सक्रियता से कोई बड़ी अनहोनी नहीं हुई। जिला प्रशासन और वन विभाग की टीम नुकसान का सर्वे कर राहत राशि देने की कार्रवाई कर रही है। हाथियों ने वापसी से पहले पांच किसानों की खड़ी फसल को भी नुकसान पहुंचाया।
छत्तीसगढ़ के मरवाही क्षेत्र से आए तीन हाथियों का समूह 50 दिन के विचरण के बाद वापस लौट गया है। हाथी शुक्रवार की मध्य रात्रि को अनूपपुर जिले की सीमा पार कर मरवाही क्षेत्र पहुंच गए। इन हाथियों ने जिले में रहते हुए जैतहरी, अनूपपुर और राजेंद्रग्राम इलाकों में विचरण किया। हाथी दिन में जंगलों में विश्राम करते और रात में आसपास के गांवों में पहुंच जाते थे। ये जंगल से लगे इलाकों में 8 से 10 किलोमीटर तक का सफर तय करते थे। हाथियों ने 100 से अधिक घरों, खेतों और बांड़ियों में रखे अनाज को नुकसान पहुंचाया। वापसी के दौरान देवगवा गांव में एक घर की तोड़फोड़ में 7 वर्षीय बच्चे रुद्र के हाथ और पैर में चोट आई। घायल बच्चे को वन विभाग के अधिकारियों ने मरवाही के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया। वन विभाग की गश्ती टीम की सक्रियता से कोई बड़ी अनहोनी नहीं हुई। जिला प्रशासन और वन विभाग की टीम नुकसान का सर्वे कर राहत राशि देने की कार्रवाई कर रही है। हाथियों ने वापसी से पहले पांच किसानों की खड़ी फसल को भी नुकसान पहुंचाया।