भारत में आईफोन मैन्युफैक्चरिंग का विस्तार देश के विनिर्माण पर एप्पल के भरोसे को दर्शाता है : राजीव चंद्रशेखर
भारत में आईफोन मैन्युफैक्चरिंग का विस्तार देश के विनिर्माण पर एप्पल के भरोसे को दर्शाता है : राजीव चंद्रशेखर
नई दिल्ली, 24 मई । भाजपा की केरल इकाई के अध्यक्ष और पूर्व केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि भारत में चुनौतियों के बावजूद आईफोन मैन्युफैक्चरिंग का विस्तार करने का एप्पल का निर्णय देश के मैन्युफैक्चरिंग इकोसिस्टम में बढ़ते वैश्विक विश्वास को दिखाता है। 2025 के अंत तक सभी आईफोन का लगभग 25 प्रतिशत भारत में बनाया जाएगा, जबकि कुछ साल पहले एप्पल की सप्लाई चेन पर चीन का प्रभुत्व था। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में पूर्व केंद्रीय मंत्री चंद्रशेखर ने कहा, उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना जैसी दूरदर्शी नीतियों और भारत सरकार के निरंतर प्रयासों की बदौलत, भारत तेजी से हाई-टेक मैन्युफैक्चरिंग के लिए एक ग्लोबल हब बन रहा है। एप्पल के एक प्रमुख आपूर्तिकर्ता फॉक्सकॉन ने भारत में 12,700 करोड़ रुपए का निवेश किया है, साथ ही पेगाट्रॉन और विस्ट्रॉन जैसे अन्य साझेदार भी परिचालन बढ़ा रहे हैं। ताइवान की इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण प्रमुख कंपनी की बेंगलुरु में स्थित यूनिट लॉन्च के लिए लगभग तैयार है और जून की शुरुआत में ही कमर्शियल एप्पल शिपमेंट शुरू होने की उम्मीद है। उन्होंने कहा, भारत 2027 तक इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण में 300 बिलियन डॉलर तक पहुंचने के लिए अच्छी तरह से तैयार है, जिसमें 120 बिलियन डॉलर का लक्ष्य निर्यात के लिए है।
नई दिल्ली, 24 मई । भाजपा की केरल इकाई के अध्यक्ष और पूर्व केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि भारत में चुनौतियों के बावजूद आईफोन मैन्युफैक्चरिंग का विस्तार करने का एप्पल का निर्णय देश के मैन्युफैक्चरिंग इकोसिस्टम में बढ़ते वैश्विक विश्वास को दिखाता है। 2025 के अंत तक सभी आईफोन का लगभग 25 प्रतिशत भारत में बनाया जाएगा, जबकि कुछ साल पहले एप्पल की सप्लाई चेन पर चीन का प्रभुत्व था। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में पूर्व केंद्रीय मंत्री चंद्रशेखर ने कहा, उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना जैसी दूरदर्शी नीतियों और भारत सरकार के निरंतर प्रयासों की बदौलत, भारत तेजी से हाई-टेक मैन्युफैक्चरिंग के लिए एक ग्लोबल हब बन रहा है। एप्पल के एक प्रमुख आपूर्तिकर्ता फॉक्सकॉन ने भारत में 12,700 करोड़ रुपए का निवेश किया है, साथ ही पेगाट्रॉन और विस्ट्रॉन जैसे अन्य साझेदार भी परिचालन बढ़ा रहे हैं। ताइवान की इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण प्रमुख कंपनी की बेंगलुरु में स्थित यूनिट लॉन्च के लिए लगभग तैयार है और जून की शुरुआत में ही कमर्शियल एप्पल शिपमेंट शुरू होने की उम्मीद है। उन्होंने कहा, भारत 2027 तक इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण में 300 बिलियन डॉलर तक पहुंचने के लिए अच्छी तरह से तैयार है, जिसमें 120 बिलियन डॉलर का लक्ष्य निर्यात के लिए है।