विधानसभा में 21 पदों की भर्ती फिर होगी:पूर्व अध्यक्ष गिरीश गौतम के समय शुरू हुई थी भर्ती प्रक्रिया, आरक्षण बना कारण
विधानसभा में 21 पदों की भर्ती फिर होगी:पूर्व अध्यक्ष गिरीश गौतम के समय शुरू हुई थी भर्ती प्रक्रिया, आरक्षण बना कारण
विधानसभा में 21 पदों की सीधी भर्ती के लिए सवा साल पहले शुरू कराई गई प्रक्रिया रद्द कर दी गई है। पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम के कार्यकाल में शुरू हुई भर्ती प्रक्रिया रद्द करने के पीछे शासन के आरक्षण संबंधी नियमों में बदलाव और सवा साल से अधिक समय बीतना वजह बताया जा रहा है। अब इन पदों पर नए सिरे से विज्ञापन निकालकर भर्ती कराई जाएगी। इस नई भर्ती में पदों की संख्या में इजाफा होना तय माना जा रहा है। विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर के निर्देश पर विधानसभा सचिवालय ने 21 पदों पर बुलाई गई भर्ती प्रक्रिया निरस्त किए जाने का फैसला किया है। 27 जून 2023 को इस भर्ती प्रक्रिया के लिए विज्ञापन जारी कर अलग-अलग पदों को भरने के लिए आवेदन बुलाए गए थे। पूर्व अध्यक्ष गिरीश गौतम के कार्यकाल में शुरू की गई भर्ती अब तक पूरी नहीं पाई। इसे निरस्त करने का आदेश 4 सितम्बर को विधानसभा के अपर सचिव ने जारी किया है। इसमें कहा गया है कि समय समय पर जारी अपडेट नियम संशोधन और निर्देशों को ध्यान में रखते हुए दोबारा भर्ती के लिए आवेदन बुलाए जाएंगे। यह रही भर्ती रद्द करने की मुख्य वजहें 1-जून 2023 में भर्ती की प्रक्रिया शुरू होने के बाद आवेदन तो बुला लिए गए लेकिन प्रक्रिया पूरी नहीं हो सकी और विधानसभा चुनाव के लिए आचार संहिता लागू हो गई। इसके बाद तीन माह तक फिर इस पर फैसला नहीं हो सका और फिर लोकसभा चुनाव के लिए आचार संहिता लागू हो गई। इससे भर्ती प्रक्रिया एक साल की अवधि पार कर गई। 2-हाईकोर्ट ने ईडब्ल्यूएस आरक्षण को लेकर इस बीच जो फैसला दिया उसमें कहा गया कि ईडब्ल्यूएस कोटे का आरक्षण सामान्य वर्ग के आरक्षण में शामिल होगा, जबकि जो प्रक्रिया शुरू की गई थी उसमें अलग से आरक्षण देने का प्रावधान था। इसी तरह ओबीसी रिजर्वेशन को लेकर भी गफलत की स्थिति थी। इस कारण पूरी भर्ती प्रक्रिया विवादों में आना तय थी। इतने पदों के लिए निकाला था विज्ञापन स्टेनो टाइपिस्ट - दो शीघ्रलेखक-एक सहायक ग्रेड -तीन-8 समिति सहायक-9 सुपरवाइजर विधायक विश्राम गृह-एक
विधानसभा में 21 पदों की सीधी भर्ती के लिए सवा साल पहले शुरू कराई गई प्रक्रिया रद्द कर दी गई है। पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम के कार्यकाल में शुरू हुई भर्ती प्रक्रिया रद्द करने के पीछे शासन के आरक्षण संबंधी नियमों में बदलाव और सवा साल से अधिक समय बीतना वजह बताया जा रहा है। अब इन पदों पर नए सिरे से विज्ञापन निकालकर भर्ती कराई जाएगी। इस नई भर्ती में पदों की संख्या में इजाफा होना तय माना जा रहा है। विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर के निर्देश पर विधानसभा सचिवालय ने 21 पदों पर बुलाई गई भर्ती प्रक्रिया निरस्त किए जाने का फैसला किया है। 27 जून 2023 को इस भर्ती प्रक्रिया के लिए विज्ञापन जारी कर अलग-अलग पदों को भरने के लिए आवेदन बुलाए गए थे। पूर्व अध्यक्ष गिरीश गौतम के कार्यकाल में शुरू की गई भर्ती अब तक पूरी नहीं पाई। इसे निरस्त करने का आदेश 4 सितम्बर को विधानसभा के अपर सचिव ने जारी किया है। इसमें कहा गया है कि समय समय पर जारी अपडेट नियम संशोधन और निर्देशों को ध्यान में रखते हुए दोबारा भर्ती के लिए आवेदन बुलाए जाएंगे। यह रही भर्ती रद्द करने की मुख्य वजहें 1-जून 2023 में भर्ती की प्रक्रिया शुरू होने के बाद आवेदन तो बुला लिए गए लेकिन प्रक्रिया पूरी नहीं हो सकी और विधानसभा चुनाव के लिए आचार संहिता लागू हो गई। इसके बाद तीन माह तक फिर इस पर फैसला नहीं हो सका और फिर लोकसभा चुनाव के लिए आचार संहिता लागू हो गई। इससे भर्ती प्रक्रिया एक साल की अवधि पार कर गई। 2-हाईकोर्ट ने ईडब्ल्यूएस आरक्षण को लेकर इस बीच जो फैसला दिया उसमें कहा गया कि ईडब्ल्यूएस कोटे का आरक्षण सामान्य वर्ग के आरक्षण में शामिल होगा, जबकि जो प्रक्रिया शुरू की गई थी उसमें अलग से आरक्षण देने का प्रावधान था। इसी तरह ओबीसी रिजर्वेशन को लेकर भी गफलत की स्थिति थी। इस कारण पूरी भर्ती प्रक्रिया विवादों में आना तय थी। इतने पदों के लिए निकाला था विज्ञापन स्टेनो टाइपिस्ट - दो शीघ्रलेखक-एक सहायक ग्रेड -तीन-8 समिति सहायक-9 सुपरवाइजर विधायक विश्राम गृह-एक