जबलपुर में 4 जगह पर होगी मॉक ड्रिल:12 मिनट का ब्लैकआउट और आपदा से निपटने की रिहर्सल; कलेक्टर बोले- हम तैयार हैं
जबलपुर में 4 जगह पर होगी मॉक ड्रिल:12 मिनट का ब्लैकआउट और आपदा से निपटने की रिहर्सल; कलेक्टर बोले- हम तैयार हैं
कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच उपजे तनाव के चलते भारत सरकार के निर्देश पर देशभर में मॉक ड्रिल आयोजित की जा रही है। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल सहित इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर और कटनी शहरों में बुधवार को मॉक ड्रिल की जाएगी। राज्य सरकार के निर्देशानुसार, आपदा स्थिति से निपटने के लिए शहर के 4 अलग अलग स्थानों पर मॉक ड्रिल होगी। इनमें समदड़िया मॉल में शाम चार बजे, गारमेंट क्लस्टर गोहलपुर में शाम सवा पांच बजे, सिहोरा में शाम 6 बजे वहीं पुराना गोरखपुर थाना में शाम साढ़े सात बजे मॉक ड्रिल आयोजित की जाएगी। वहीं शाम 7.30 बजे से 7.42 बारह मिनट तक ब्लैकआउट किया जाएगा। इस मॉक ड्रिल की तैयारियों की समीक्षा कलेक्टर दीपक सक्सेना और एसपी संपत उपाध्याय ने पुलिस, प्रशासन और सैन्य अधिकारियों के साथ बैठक कर की है। कलेक्टर ने अधिकारियों के साथ की बैठक मंगलवार की देर रात कलेक्टर ने सेना के अधिकारियों के साथ प्रशासनिक अधिकारियों की बैठक ली। जिसमें किसी भी आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए होने वाली तैयारियों की जानकारी ली। बैठक में एयरपोर्ट, आर्मी, रक्षा संस्थान, सिविल डिफेंस, हेल्थ, इलेक्ट्रिसिटी, फायर आदि अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद थे। जिसमें सभी ने आपदा के समय अपनी तैयारियों के बारे में जानकारी दी। कलेक्टर दीपक सक्सेना ने बताया कि नागरिक सुरक्षा के लिए 7 मई को शाम 4 बजे शहर के नोदरा ब्रिज में मॉक ड्रिल होगी और फिर शाम 7.30 बजे से 7.42 तक ब्लैक आउट रहेगा। कलेक्टर ने बताया कि मॉक ड्रिल करने का मुख्य उद्देश्य शहर की जनता को जागरूक करना है। कलेक्टर बोले- इससे भयभीत होने की जरूरत नहीं कलेक्टर ने बताया कि शाम को मॉक ड्रिल के समय सायरन बजाया जाएगा। इसके साथ ही, आग लगने या फिर किसी की तबीयत बिगड़ती है, तो उसे कितनी जल्दी अस्पताल ले जाया जा सके, इसकी तैयारी को देखा जाएगा।कलेक्टर ने कहा जब शाम को 12 मिनट के लिए ब्लैकआउट होगा तो सभी लोग अपने-अपने घरों की लाइट भी बदं कर दें। जिले के सभी शासकीय और अशासकीय कार्यालयों सहित केंद्रीय सुरक्षा संस्थानों की भी लाइट बंद रहेगी। ब्लैकआउट के समय जो भी गाड़ी चला रहा हो, वह उसे सड़क किनारे खड़ा करने के बाद उसकी लाइट बंद कर दे। कलेक्टर ने कहा कि यह सब हमें विपरीत परिस्थितियों से बचने के लिए लोगों को जागरूक करने के लिए करना पड़ रहा है। अधिक लाइट से एयर अटैक की संभावना रहती है, अत: इन परिस्थितियों को समझें और नागरिक सुरक्षा की दृष्टि से जागरूक रहें। कलेक्टर दीपक सक्सेना ने कहा कि आपदा की स्थिति में पुलिस कंट्रोल रूम के साथ-साथ कलेक्ट्रेट में भी कंट्रोल रूम बनाया जाएगा। इसके साथ ही गंभीर आपदा की स्थिति में ब्लॉक स्तर पर भी कंट्रोल रूम बनाया जाएगा। हॉस्पिटल के छत पर रेड क्रॉस के निशान लगाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि यह सब लोगों को जागरूक करने के लिए है। इससे भयभीत होने का जरूरत नहीं है।
कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच उपजे तनाव के चलते भारत सरकार के निर्देश पर देशभर में मॉक ड्रिल आयोजित की जा रही है। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल सहित इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर और कटनी शहरों में बुधवार को मॉक ड्रिल की जाएगी। राज्य सरकार के निर्देशानुसार, आपदा स्थिति से निपटने के लिए शहर के 4 अलग अलग स्थानों पर मॉक ड्रिल होगी। इनमें समदड़िया मॉल में शाम चार बजे, गारमेंट क्लस्टर गोहलपुर में शाम सवा पांच बजे, सिहोरा में शाम 6 बजे वहीं पुराना गोरखपुर थाना में शाम साढ़े सात बजे मॉक ड्रिल आयोजित की जाएगी। वहीं शाम 7.30 बजे से 7.42 बारह मिनट तक ब्लैकआउट किया जाएगा। इस मॉक ड्रिल की तैयारियों की समीक्षा कलेक्टर दीपक सक्सेना और एसपी संपत उपाध्याय ने पुलिस, प्रशासन और सैन्य अधिकारियों के साथ बैठक कर की है। कलेक्टर ने अधिकारियों के साथ की बैठक मंगलवार की देर रात कलेक्टर ने सेना के अधिकारियों के साथ प्रशासनिक अधिकारियों की बैठक ली। जिसमें किसी भी आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए होने वाली तैयारियों की जानकारी ली। बैठक में एयरपोर्ट, आर्मी, रक्षा संस्थान, सिविल डिफेंस, हेल्थ, इलेक्ट्रिसिटी, फायर आदि अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद थे। जिसमें सभी ने आपदा के समय अपनी तैयारियों के बारे में जानकारी दी। कलेक्टर दीपक सक्सेना ने बताया कि नागरिक सुरक्षा के लिए 7 मई को शाम 4 बजे शहर के नोदरा ब्रिज में मॉक ड्रिल होगी और फिर शाम 7.30 बजे से 7.42 तक ब्लैक आउट रहेगा। कलेक्टर ने बताया कि मॉक ड्रिल करने का मुख्य उद्देश्य शहर की जनता को जागरूक करना है। कलेक्टर बोले- इससे भयभीत होने की जरूरत नहीं कलेक्टर ने बताया कि शाम को मॉक ड्रिल के समय सायरन बजाया जाएगा। इसके साथ ही, आग लगने या फिर किसी की तबीयत बिगड़ती है, तो उसे कितनी जल्दी अस्पताल ले जाया जा सके, इसकी तैयारी को देखा जाएगा।कलेक्टर ने कहा जब शाम को 12 मिनट के लिए ब्लैकआउट होगा तो सभी लोग अपने-अपने घरों की लाइट भी बदं कर दें। जिले के सभी शासकीय और अशासकीय कार्यालयों सहित केंद्रीय सुरक्षा संस्थानों की भी लाइट बंद रहेगी। ब्लैकआउट के समय जो भी गाड़ी चला रहा हो, वह उसे सड़क किनारे खड़ा करने के बाद उसकी लाइट बंद कर दे। कलेक्टर ने कहा कि यह सब हमें विपरीत परिस्थितियों से बचने के लिए लोगों को जागरूक करने के लिए करना पड़ रहा है। अधिक लाइट से एयर अटैक की संभावना रहती है, अत: इन परिस्थितियों को समझें और नागरिक सुरक्षा की दृष्टि से जागरूक रहें। कलेक्टर दीपक सक्सेना ने कहा कि आपदा की स्थिति में पुलिस कंट्रोल रूम के साथ-साथ कलेक्ट्रेट में भी कंट्रोल रूम बनाया जाएगा। इसके साथ ही गंभीर आपदा की स्थिति में ब्लॉक स्तर पर भी कंट्रोल रूम बनाया जाएगा। हॉस्पिटल के छत पर रेड क्रॉस के निशान लगाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि यह सब लोगों को जागरूक करने के लिए है। इससे भयभीत होने का जरूरत नहीं है।