48 घंटे में 9 डिग्री गिरा न्यूनतम तापमान:धार में शीतलहर का असर, 12 जनवरी को बूंदाबांदी के आसार
48 घंटे में 9 डिग्री गिरा न्यूनतम तापमान:धार में शीतलहर का असर, 12 जनवरी को बूंदाबांदी के आसार
जम्मू-कश्मीर, हिमाचल जैसे प्रदेशों में कुछ दिन पहले बर्फबारी हुई थी, अब बर्फ पिघलने लगी है। जिससे हवा की रफ्तार भी तेज हो गई है। बर्फीली हवाओं के कारण ही धार में पिछले 48 घंटे में रात के न्यूनतम तापमान में 9 डिग्री की गिरावट देखी गई हैं, एक दिन पूर्व रात का तापमान 5.8 डिग्री दर्ज किया गया, जो ठंड के मौसम का सबसे निचले स्तर का तापमान रहा है। जनवरी के पहले सप्ताह में औसत रूप से ठंड का असर कम रहा था, अब दूसरे सप्ताह में शीतलहर अपना असर दिखाने लगी है। मौसम विभाग के अनुसार उत्तर-पश्चिमी भारत में 10 जनवरी को वेस्टर्न डिस्टरबेंस एक्टिव होगा, इसके बाद 12 जनवरी को जरूर बूंदाबांदी हो सकती है। मौसम परिवर्तन का असर धार सहित ग्रामीण अंचल में देखने को मिल रहा हैं, शहर में शाम से ही ठंडी हवाओं की गति का असर बढ़ने लगा हैं, लोगों को हवाओं से बचने के लिए अलाव का सहारा लेते हुए भी देखा जा रहा है। गुरुवार सुबह के समय हल्की धूप और ठंडी हवाओं के बीच दिन की शुरुआत हो गई है। पाले की आशंका दरअसल सर्दी के चार माह के मौसम में इस मर्तबा दिसंबर की सर्दी ने ट्रेंड बदल दिया था, पिछले 10 सालों का रिकाॅर्ड और ट्रेंड देखें तो दिसंबर के दूसरे पखवाड़े में कड़ाके की ठंड पड़ती रही हैं, लेकिन इस बार पहले ही पखवाड़े में तेज सर्दी का असर था। जनवरी माह में 20 से 22 दिनों तक शीतलहर का असर देखने को मिलेगा। मौसम विभाग के अनुसार अभी तापमान में और कमी आएगी, जिसके चलते जिले में शीतलहर का प्रकोप बढ़ेगा, ऐसे में किसानों ने पाला पड़ने की आशंका भी जताई है।
जम्मू-कश्मीर, हिमाचल जैसे प्रदेशों में कुछ दिन पहले बर्फबारी हुई थी, अब बर्फ पिघलने लगी है। जिससे हवा की रफ्तार भी तेज हो गई है। बर्फीली हवाओं के कारण ही धार में पिछले 48 घंटे में रात के न्यूनतम तापमान में 9 डिग्री की गिरावट देखी गई हैं, एक दिन पूर्व रात का तापमान 5.8 डिग्री दर्ज किया गया, जो ठंड के मौसम का सबसे निचले स्तर का तापमान रहा है। जनवरी के पहले सप्ताह में औसत रूप से ठंड का असर कम रहा था, अब दूसरे सप्ताह में शीतलहर अपना असर दिखाने लगी है। मौसम विभाग के अनुसार उत्तर-पश्चिमी भारत में 10 जनवरी को वेस्टर्न डिस्टरबेंस एक्टिव होगा, इसके बाद 12 जनवरी को जरूर बूंदाबांदी हो सकती है। मौसम परिवर्तन का असर धार सहित ग्रामीण अंचल में देखने को मिल रहा हैं, शहर में शाम से ही ठंडी हवाओं की गति का असर बढ़ने लगा हैं, लोगों को हवाओं से बचने के लिए अलाव का सहारा लेते हुए भी देखा जा रहा है। गुरुवार सुबह के समय हल्की धूप और ठंडी हवाओं के बीच दिन की शुरुआत हो गई है। पाले की आशंका दरअसल सर्दी के चार माह के मौसम में इस मर्तबा दिसंबर की सर्दी ने ट्रेंड बदल दिया था, पिछले 10 सालों का रिकाॅर्ड और ट्रेंड देखें तो दिसंबर के दूसरे पखवाड़े में कड़ाके की ठंड पड़ती रही हैं, लेकिन इस बार पहले ही पखवाड़े में तेज सर्दी का असर था। जनवरी माह में 20 से 22 दिनों तक शीतलहर का असर देखने को मिलेगा। मौसम विभाग के अनुसार अभी तापमान में और कमी आएगी, जिसके चलते जिले में शीतलहर का प्रकोप बढ़ेगा, ऐसे में किसानों ने पाला पड़ने की आशंका भी जताई है।