धार में 24 घंटे से चल रही शीतलहर:एक सप्ताह तक पड़ेगी कड़ाके की ठंड, फसल को नुकसान से बचाने दवा के छिड़काव की सलाह

धार और आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में मौसम ने करवट ली है। पिछले 24 घंटों में शीतलहर की वजह से ठंड में बढ़ोतरी हुई है। गुरुवार की देर शाम से तेज हवाएं चल रही हैं और शुक्रवार सुबह फोरलेन मार्ग पर हल्का कोहरा छाया रहा। मौसम विभाग के वैज्ञानिक डॉ. वेद प्रकाश सिंह के अनुसार, साइक्लोनिक सर्कुलेशन और पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता के कारण वर्तमान में दक्षिण-पूर्वी हवाएं चल रही हैं, जो जल्द ही उत्तरी दिशा से आने वाली हैं। इससे दिन-रात के तापमान में 2 से 3 डिग्री की गिरावट आएगी। पिछले पांच दिनों से गायब रही ठंड, जहां न्यूनतम तापमान 15 डिग्री तक पहुंच गया था, अब 25 जनवरी से एक सप्ताह तक कड़ाके की ठंड का दौर शुरू होगा। किसानों के लिए यह मौसम मिश्रित प्रभाव लेकर आ रहा है। जहां गेहूं और चने की फसल को फायदा होगा, वहीं आलू और टमाटर की फसलों को नुकसान का खतरा है। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, बढ़ती ठंड और कोहरे के कारण आलू और टमाटर के पौधों में झुलसा बीमारी का खतरा बढ़ गया है। किसानों को सलाह दी गई है कि वे आलू की फसल की सुरक्षा के लिए रिडोमिल गोल्ड दवा का छिड़काव करें, जिसके लिए 2 ग्राम दवा को 1 लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव करना होगा।

धार में 24 घंटे से चल रही शीतलहर:एक सप्ताह तक पड़ेगी कड़ाके की ठंड, फसल को नुकसान से बचाने दवा के छिड़काव की सलाह
धार और आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में मौसम ने करवट ली है। पिछले 24 घंटों में शीतलहर की वजह से ठंड में बढ़ोतरी हुई है। गुरुवार की देर शाम से तेज हवाएं चल रही हैं और शुक्रवार सुबह फोरलेन मार्ग पर हल्का कोहरा छाया रहा। मौसम विभाग के वैज्ञानिक डॉ. वेद प्रकाश सिंह के अनुसार, साइक्लोनिक सर्कुलेशन और पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता के कारण वर्तमान में दक्षिण-पूर्वी हवाएं चल रही हैं, जो जल्द ही उत्तरी दिशा से आने वाली हैं। इससे दिन-रात के तापमान में 2 से 3 डिग्री की गिरावट आएगी। पिछले पांच दिनों से गायब रही ठंड, जहां न्यूनतम तापमान 15 डिग्री तक पहुंच गया था, अब 25 जनवरी से एक सप्ताह तक कड़ाके की ठंड का दौर शुरू होगा। किसानों के लिए यह मौसम मिश्रित प्रभाव लेकर आ रहा है। जहां गेहूं और चने की फसल को फायदा होगा, वहीं आलू और टमाटर की फसलों को नुकसान का खतरा है। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, बढ़ती ठंड और कोहरे के कारण आलू और टमाटर के पौधों में झुलसा बीमारी का खतरा बढ़ गया है। किसानों को सलाह दी गई है कि वे आलू की फसल की सुरक्षा के लिए रिडोमिल गोल्ड दवा का छिड़काव करें, जिसके लिए 2 ग्राम दवा को 1 लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव करना होगा।