धार में दिन-रात का तापमान बढ़ा:पिछले 48 घंटों से कम हुआ शीतलहर का असर; 1 फरवरी से वेस्टर्न डिस्टर्बेंस होगा एक्टिव
धार में दिन-रात का तापमान बढ़ा:पिछले 48 घंटों से कम हुआ शीतलहर का असर; 1 फरवरी से वेस्टर्न डिस्टर्बेंस होगा एक्टिव
धार जिले और आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में पिछले 48 घंटों से शीतलहर का प्रकोप कम हो गया है। मौसम विभाग के अनुसार, 1 फरवरी से वेस्टर्न डिस्टर्बेंस एक्टिव होने की संभावना है, जिसका प्रभाव पूरे प्रदेश में देखने को मिलेगा। सीनियर मौसम वैज्ञानिक डॉ. वेद प्रकाश सिंह ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ के कारण फरवरी के पहले चार दिन मौसम में बदलाव रहेगा और प्रदेश के दक्षिणी व पूर्वी हिस्सों में बारिश की संभावना है। धार शहर में बुधवार की सुबह से ही लोगों को गर्मी का एहसास हो रहा है। पिछले 24 घंटों में दिन का अधिकतम तापमान 1.5 डिग्री बढ़कर 27.3 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है, जबकि रात का न्यूनतम तापमान 11 से बढ़कर 12.3 डिग्री सेल्सियस हो गया है। किसानों के लिए यह मौसम बदलाव फायदेमंद साबित हो रहा है। मलगांव के किसान जितेंद्र मंडलोई के अनुसार, गेहूं की फसल के लिए ठंड आवश्यक है और इस बार का मौसम अनुकूल रहा है। अनारद के किसान मुकेश परमार ने बताया कि दिसंबर से जनवरी तक लगातार ठंडा मौसम रहने से प्याज और देर से बोई गई गेहूं की फसल को लाभ मिलेगा। किसान चना और मटर जैसी फसलों को रोग से बचाने के लिए सल्फर का छिड़काव करेंगे। पिछले तीन दिनों के आंकड़ों के अनुसार, 28 जनवरी को अधिकतम तापमान 27.8 और न्यूनतम 12.3 डिग्री, 27 जनवरी को 26.6 और 11.3 डिग्री, तथा 26 जनवरी को 26.3 और 10.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
धार जिले और आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में पिछले 48 घंटों से शीतलहर का प्रकोप कम हो गया है। मौसम विभाग के अनुसार, 1 फरवरी से वेस्टर्न डिस्टर्बेंस एक्टिव होने की संभावना है, जिसका प्रभाव पूरे प्रदेश में देखने को मिलेगा। सीनियर मौसम वैज्ञानिक डॉ. वेद प्रकाश सिंह ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ के कारण फरवरी के पहले चार दिन मौसम में बदलाव रहेगा और प्रदेश के दक्षिणी व पूर्वी हिस्सों में बारिश की संभावना है। धार शहर में बुधवार की सुबह से ही लोगों को गर्मी का एहसास हो रहा है। पिछले 24 घंटों में दिन का अधिकतम तापमान 1.5 डिग्री बढ़कर 27.3 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है, जबकि रात का न्यूनतम तापमान 11 से बढ़कर 12.3 डिग्री सेल्सियस हो गया है। किसानों के लिए यह मौसम बदलाव फायदेमंद साबित हो रहा है। मलगांव के किसान जितेंद्र मंडलोई के अनुसार, गेहूं की फसल के लिए ठंड आवश्यक है और इस बार का मौसम अनुकूल रहा है। अनारद के किसान मुकेश परमार ने बताया कि दिसंबर से जनवरी तक लगातार ठंडा मौसम रहने से प्याज और देर से बोई गई गेहूं की फसल को लाभ मिलेगा। किसान चना और मटर जैसी फसलों को रोग से बचाने के लिए सल्फर का छिड़काव करेंगे। पिछले तीन दिनों के आंकड़ों के अनुसार, 28 जनवरी को अधिकतम तापमान 27.8 और न्यूनतम 12.3 डिग्री, 27 जनवरी को 26.6 और 11.3 डिग्री, तथा 26 जनवरी को 26.3 और 10.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।